Aaj Samaj (आज समाज),Rehearsal Of Disaster Drill Onsite At PRPC,पानीपत : पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स द्वारा आग एवं गैस जैसे खतरे से निपटने के लिए पानीपत नैफ्था क्रैकर संयंत्र में विभिन्न विभागों द्वारा हाइड्रोकार्बन गैस के खतरे से निपटने की तैयारियों के सही आकलन करने हेतु एक ऑनसाइट आपदा ड्रिल का पूर्वाभ्यास किया गया। ड्रिल के परिदृश्य में टैंक फार्म-3 के टैंक न॰ 66-टी-02 बी के आउटलेट लाइन में प्रैशर गेज के वैल्डिंग जाइंट से हाइड्रोकार्बन गैस (प्रोपिलीन गैस) के रिसाव को दर्शाया गया था । दोपहर 15:00 बजे टैंक न॰ 66-टी-02 बी के आउटलेट लाइन में प्रैशर गेज से हाइड्रोकार्बन गैस का रिसाव होना शुरू हुआ और थोड़ी देर बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 15:08 बजे अग्नि एंव सुरक्षा प्रभारी ने मुख्य सुरक्षा प्रबन्धक से चर्चा करके आपातकालीन सायरन बजाने का आदेश दिया गया।15:17 बजे जब हाइड्रोकार्बन का रिसाव तेजी से फैलने और आग लगने की घटना के बाद की गंभीरता को देखते हुये सुधांशु शेखर, मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) ने इस घटना को एल-2 आपदा घोषित कर दिया।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते एम.एल. डहरिया कार्यकारी निदेशक रिफाइनरी एवं अन्य।

डहरिया ने मॉक ड्रिल में और अधिक सुधार लाने के लिए अपने सुझाव भी दिए

आपातकालीन सायरन बजते ही फायर स्टेशन से दमकल गाड़ियां साइट पर पहुंच गई और ज्वलनशील पदार्थ के रिसाव पर काबू करने के लिए फायर मॉनिटर और वाटर कर्टन के माध्यम से आपातकाल नियंत्रण कार्य प्रारंभ किया गया। एम.एल. डहरिया , कार्यकारी निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख को इस बारे में सूचना दी गई। उनके द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का आकलन करके लगभग एक घंटे के अथक प्रयास के बाद ठीक 16:14 बजे स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण करके स्थिति सामान्य होने की घोषणा की गई। आपदा ड्रिल के बाद एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में आपातकालीन तैयारी योजना में और सुधार के लिए आपातकालीन समन्वयकों द्वारा दी गई रिपोर्ट की समीक्षा डहरिया तथा संबन्धित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में की गई। डहरिया ने मॉक ड्रिल में और अधिक सुधार लाने के लिए अपने सुझाव भी दिए।