Registry Scam in Haryana बड़े रजिस्ट्री घोटाले पर सरकार सख्त, दोषियों पर होगी कार्रवाई : डीसी
इशिका ठाकुर, करनाल :
Registry scam in Haryana : कर्णनगरी में रजिस्ट्री फजीर्वाड़े से जुड़े कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम हरियाणा सरकार की जारी की हुई सूची में उजागर हुए हैं, जिसके चलते विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। सीएम सिटी करनाल में नियमों धज्जियां उड़ाते हुए 8 हजार 161 रजिस्ट्री हुई हैं। इस फजीर्वाड़े में 7 तहसीलदार, 1 नायब तहसीलदार, 6 रजिस्ट्री क्लर्क और 23 पटवारियों के नाम सामने आए हैं।
करनाल और घरौंडा तहसीलों में फर्जीवाड़ा
सरकार ने जांच के बाद इन सभी पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। सरकार ने 3 अप्रैल 2017 को हरियाणा डेवलपमेंट एंड रेगुलेशन आफ अर्बन एरिया एक्ट 1975 की धारा 7ए में संशोधन किया था।(Registry scam in Haryana) नए नियम के तहत 2 कनाल से कम कृषि भूमि की बिक्री या पट्टानामा के लिए डीटीपी (जिला नगर योजनाकार) की ओर से जारी एनओसी (नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट) अनिवार्य था, लेकिन जिले की करनाल और घरौंडा तहसीलों में जमकर फर्जीवाड़ा किया गया। 3 अप्रैल 2017 से लेकर 13 अगस्त 2020 के दौरान हुई रजिस्ट्री की सरकार ने जांच कराई तो उसमें करनाल में सबसे ज्यादा गड़बड़ी मिली है। इस दौरान रहे अफसरों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
15 दिन में अधिकारियों से मांगा जवाब: अनीश यादव
रेवेन्यू एंड डिजास्टर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट हरियाणा के वित्तीय कमिश्नर और अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से 7 फरवरी को तीनों जिलों के डिप्टी कमिश्नर को लेटर जारी कर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है। सरकार ने 15 दिन के अंदर सभी अफसरों व कर्मचारियों से एक्सप्लेनेशन भी मांगा है। (Registry scam in Haryana) डीसी अनीश यादव ने कहा कि उनके पास आदेश आए हैं। आदेशों के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जो नाम उनके पास आए हैं उनके चाहे सब रजिस्ट्रार हों, रजिस्ट्री क्लर्क हो या फिर पटवारी हों। सभी को चार्जसीट किया जाएगा। सभी से एक्सप्लेनेशन लिया जाएगा। इसके बाद जांच कमेटी की सिफारिश पर कार्रवाई की जाएगी।