कैथल (मनोज वर्मा) डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि जिला के किसान आगामी 15 जुलाई तक मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवा सकते हैं। संबंधित विभाग जमीन की गिरदावरी व फसलों का सही ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज करना सुनिश्चित करें। इस कार्य में कोताही पाए जाने पर संबंधित पटवारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
डीसी ने जारी किए निर्देश
डीसी प्रदीप दहिया लघु सचिवालय के कांफ्रैंस हॉल में मेरी फसल-मेरा ब्यौरा व मेरा पानी-मेरी विरासत विषय पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर तथा एसीएस डॉ. सुमिता मिश्रा ने वीडियो कांफ्रैंस के माध्यम से संबंधित विषय पर जिलावार फीडबैक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीसी प्रदीप दहिया ने कहा कि पानी बचाने के लिए धान के अलावा अन्य वैकल्पिक फसल उगाने के लिए क्षेत्र के किसानों को निरंतर जागरूक करें। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं इस विषय पर निरंतर बैठके ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो फसल किसान अपने खेतों में लगाए, उसी का ब्यौरा मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज करवाए। जो किसान गलत जानकारी दर्ज करवाएगा, उसके खिलाफ भी आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कृषि व बागवानी के लिए 15 हजार एकड़ के टारगेट को पूरा करना सुनिश्चित करें।
प्रोत्साहन राशि दी जाएगी
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार इस वर्ष भी फसल विविधिकरण योजना के तहत धान की बजाय पानी की बचत करने वाली फसलों की बिजाई करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा फसल विविधिकरण के तहत मेरा पानी मेरी विरासत योजना को खरीफ 2021 के लिए भी लागू करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी किसानों को धान के बजाय अन्य फसलों की बिजाई के लिए किसानों को प्रेरित करें। इस योजना के तहत किसानों को धान के स्थान पर वैकिल्पक फसलों (कपास, मक्का, दलहन, मूगंफली, तिल, ग्वार, अरण्ड, सब्जियां व फल) की बिजाई करनी होगी। इसके लिए प्रति एकड 7 हजार रुपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। जो किसान धान की जगह चारा उगाते है या अपने खेत खाली भी रखते हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना पर लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा। ये अधिकारी रहे मौजूद इस मौके पर डीडीपीओ जसविंद्र सिंह, तहसीलदार सुदेश मेहरा, डीडीए डॉ. कर्मचंद, डीएचओ प्रमोद, डीआईओ दीपक खुराना आदि मौजूद रहे।