Reflect Orbital: सूरज की किरणें रात के अंधेरे में भी आपकी छत पर बिखेरेंगी रोशनी

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Reflect Orbital सूरज की किरणें रात के अंधेरे में भी आपकी छत पर बिखेरेंगी
Reflect Orbital : सूरज की किरणें रात के अंधेरे में भी आपकी छत पर बिखेरेंगी

California Start-Up, (आज समाज), वाशिंगटन: आने वाले समय में सूर्य उदय की किरणें रात में भी आपकी छत पर रोशनी बिखेरेंगी। सुनने में भले थोड़ा अजीब लगे लेकिन जल्द यह आपको हकीकत में देखने को मिल सकता है। दरअसल, अमेरिका के कैलिफोर्निया के रिफ्लेक्ट आर्बिटल नाम के एक स्टार्टअप ने सूरज की रोशनी बेचने की योजना बनाई है। इसके अनुसार, वह अंतरिक्ष में सैटेलाइट्स लॉन्च करेगा, जिसकी मदद से सूर्य की रोशनी को रात के अंधेरे में धरती पर रिफ्लैक्ट किया जा सकेगा। इससे बिना किसी बाधा के एनर्जी प्रोडक्शन जारी रहेगा।

सीईओ बेन नोवाक ने हाल ही में दी जानकारी

रिफ्लेक्ट आर्बिटल के सीईओ बेन नोवाक ने हाल ही में लंदन में इंटरनेशनल कांफ्रेंस आन एनर्जी फ्रॉम स्पेस में यह आइडिया को पेश किया। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी अंतरिक्ष में ऐसे सैटेलाइट्स भेजने का प्लान बना रही है, जो सूरज की रोशनी को इकट्ठा करके उसे धरती के सोलर पैनल्स पर रात में भेज सके। उन्होंने इस प्रक्रिया को ‘सनलाइट आॅन डिमांड’ नाम दिया है।

प्रक्रिया का नाम ‘सनलाइट आन डिमांड’

‘सनलाइट आन डिमांड’ में सूरज की रोशनी को दिन-रात के बंधन से मुक्त कर दिया जाएगा। इसका मतलब ये है कि अब हमें सूरज की रोशनी के लिए दिन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि इन सैटेलाइट्स के जरिए इसे किसी भी समय और कहीं से भी प्राप्त किया जा सकेगा। ये ऐसा प्रोजेक्ट है जो सूरज की रोशनी की बिक्री करेगा और इससे आप दुनिया का कोई भी कोना रात में सूरज की किरणों से जगमगा सकते हैं।

नोवाक ने कहा, मेरे पास सौर ऊर्जा से जुड़ी वास्तविक समस्या को हल करने का एक दिलचस्प तरीका है। यह एक अजेय शक्ति और हर कोई हर जगह ढेर सारे सौर पैनल लगा रहा है, जो मानवता को ऊर्जा प्रदान करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, पर सूरज की रोशनी रात में बंद हो जाती है। अगर आप इस मूलभूत समस्या को भी हल कर देते हैं, तो आप हर जगह सौर ऊर्जा हासिल करने की समस्या से छुटकारा पा लेंगे।

नोवाक ने वीडियो जारी किया

नोवाक ने अपने स्टार्टअप के अनोखे आइडिया का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि रात में सूर्य की रोशनी को कैसे रिफ्लेक्ट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी का लक्ष्य रात के अंधेरे में सूरज की रोशनी को बेचना है, जिससे लोगों के घरों में रात के समय में भी भरपूर बिजली पहुंचेगी। इसमें 57 छोटे सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना है। हर सैटेलाइट 33 वर्ग फुट अल्ट्रा रिफ्लेक्टिव मायलर मिरर से लैस है। इन मिरर यानी शीशों को पृथ्वी पर सौर फार्मों में सूर्य के प्रकाश को वापस रिफ्लेक्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।

2025 में लॉन्च करने की योजना

सैटेलाइट पृथ्वी की सतह से करीब 600 किमी की ऊंचाई पर परिक्रमा करेंगे। संभावित रूप से सैटेलाइट पीक डिमांड के समय सोलर एनर्जी प्लांट्स को एक्स्ट्रा 30 मिनट की धूप प्रोवाइड कर सकते हैं। यदि ऐसा हो गया तो मानिए कि ये स्टार्टअप चमत्कार करने जा रहा है। इसमें 7 लोगों की टीम काम करती है, जो एक हॉट एयर बैलून में 8 बाई 8 फीट का मायलर मिरर जोड़कर अपने कॉन्सेप्ट को पहले ही टेस्ट कर चुकी है। कंपनी इसे 2025 में लॉन्च करने की योजना बना रही है।

योजना को पहले ही आजमा चुका है रूस

रिफ्लेक्ट आर्बिटल की योजना को रूस पहले ही आजमा चुका हैं। 1992 में उसने जनाम्या 2 मिशन लॉन्च किया। कक्षा में एक दर्पण तैनात किया, जिसने कुछ समय के लिए पृथ्वी की ओर प्रकाश की किरण चमकाई। हालांकि वैज्ञानिक इस सफलता को दोहराने में सक्षम नहीं थे। इसका मुख्य कारण यह था कि उस समय उपग्रहों को आकाश में भेजना बहुत महंगा था।