नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में बाढ़ का कहर जारी है। बिहार में पिछले चार दिनों से लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है। बारिश और बाढ़ से अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है। पटना में लगभग पूरा शहर जलजमाव और बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है। सड़के नहर बन गई हैं और उनपर गाड़ियों की जगह नाव चलती दिख रही है। प्रदेश के 14 जिलों में रेड अलर्ट घोषित है। बारिश और बाढ़ प्रभावित जिलों में स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। नीतीश सरकार ने रेस्क्यू आॅपरेशन के लिए वायुसेना से दो हेलिकॉप्टर मांगे हैं। साथ ही शहर से पानी निकालने के लिए कोयला मंत्रालय से पंप भी मांगा है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अनुसार, वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर पटना पहुंच चुका है।
केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में प्राकृतिक आपदा है। कोई परेशान न हों, जो जहां भी फंसे हैं, उनका रेस्क्यू कराया जाएगा। बिहार सरकार के पीछे भारत सरकार खड़ी है। हर संभव मदद की जाएगी। केंद्र सरकार मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसका असर बिहार में दिख रहा है। बिहार के भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, सुपौल, अररिया, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, वैशाली और मुंगेर को रेड कैटगरी में रखा गया है। इसके अलावे अन्य कई जिलों में आॅरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। एनडीआरएफ की टीमों ने रविवार को ही बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। एनडीआरएफ ने दो लोगों की जान बचाई है और 4945 लोगों और 45 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।