Recipe: पत्तागोभी, जो हम अक्सर सलाद या सब्जी के रूप में खाते हैं, अब बाजार में असली और नकली दोनों तरह की उपलब्ध है। जहां एक ओर असली पत्तागोभी में पोषण और स्वाद की भरपूर मात्रा होती है, वहीं दूसरी ओर नकली पत्तागोभी, जो प्लास्टिक से बनाई जाती है, सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकती है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप असली और नकली पत्तागोभी में अंतर कर सकते हैं, ताकि आप स्वस्थ और सुरक्षित भोजन कर सकें। असली और नकली पत्तागोभी में अंतर कैसे पहचानें देखने में फर्क असली पत्तागोभी की पत्तियां ताजगी से भरी होती हैं और हल्का हरा रंग होता है। वहीं, नकली पत्तागोभी की पत्तियां एक जैसी, चमकदार और कभी-कभी ज्यादा हरी होती हैं, जिनमें अस्वाभाविक रूप से चमक होती है।
प्लास्टिक की पत्तियां थोड़ा कड़ा अहसास कराती हैं, और उन्हें खींचने पर वे टूटती नहीं हैं। स्पर्श पर फर्क असली पत्तागोभी के पत्तों में हल्की नमी और लचीलापन होता है, जो इसे माउथफुल और ताजगी का एहसास देता है। जबकि नकली पत्तागोभी के पत्ते मुलायम होते हैं और खुरदरे होते हैं, उनका स्पर्श बहुत चिपचिपा या ग्लॉसी हो सकता है, जो सिंथेटिक सामग्री के कारण होता है।
स्वाद का फर्क असली पत्तागोभी का स्वाद हल्का और ताजगी से भरा होता है, वहीं नकली पत्तागोभी स्वाद में फीकी और रबड़ जैसी हो सकती है। असली पत्तागोभी में एक प्राकृतिक तीखापन होता है, जो नकली में गायब होता है। आग के संपर्क में फर्क यदि आप पत्तागोभी की पत्तियों को हल्का सा जलाते हैं, तो असली पत्तागोभी जलने पर झुलस जाती है और उससे एक जलनदार गंध आती है।
वहीं, नकली पत्तागोभी की पत्तियां जलने पर पिघल सकती हैं और प्लास्टिक की गंध आती है, जिससे आपको तुरंत पता चल जाएगा कि यह नकली है। पानी में डुबोकर परीक्षण असली पत्तागोभी पानी में डालने पर धीरे-धीरे डूब जाएगी, जबकि नकली पत्तागोभी तैर सकती है क्योंकि उसमें प्लास्टिक या सिंथेटिक सामग्री का इस्तेमाल होता है।
यह एक आसान तरीका है नकली पत्तागोभी की पहचान करने का। क्यों होता है नकली पत्तागोभी का उत्पादन? नकली पत्तागोभी का उत्पादन मुख्य रूप से इस कारण किया जाता है ताकि उसे लंबे समय तक ताजगी के साथ बेचा जा सके।
कुछ व्यापारी इसे रंगीन और चमकदार बनाने के लिए रसायन का इस्तेमाल करते हैं, ताकि इसे आकर्षक बनाया जा सके। हालांकि, यह हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इसमें इस्तेमाल होने वाले रसायन शरीर में विषाक्त प्रभाव डाल सकते हैं।