कहा- मुख्यमंत्री बनने की हसरत में हरियाणा में कांग्रेस हारी
सीएम बनने के लिए जीतना चाहते थे सिर्फ 45 सीट
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली हार को अभी तक कांग्रेस नेता भुला नहीं पा रहे है। पहले ईवीएम को हार के लिए जिम्मदार ठहराने वाले नेता अब अपनी ही पार्टी के नेताओं को हार का जिम्मेदार ठहरा रहे है। अब हरियाणा कांग्रेस में अब पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा गुट के नेताओं में बगावत हो गई है। हुड्डा गुट के नेता सांसद दीपेंद्र हुड्डा का नाम लिए बिना उन पर हमला बोल रहे हैं। हिसार के बरवाला में हुड्डा गुट के 7 नेता इकट्ठा हुए। इनमें पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह, पूर्व विधायक रामनिवास घोड़ेला, पूर्व विधायक राम भगत शर्मा, धर्मबीर गोयत, हरीश वर्मा, सुखबीर डूडी और पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह शामिल हैं।
उन्होंने इशारों-इशारों में दीपेंद्र हुड्डा और हिसार से सांसद जयप्रकाश को हार का जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की हसरत में कांग्रेस हारी। ये लोग 90 सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे थे बल्कि सीएम बनने के लिए सिर्फ 45 सीट जीतना चाहते थे। हालांकि दीपेंद्र समर्थक हिसार से यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष सतेंद्र सहारण ने दीपेंद्र और जेपी का बचाव किया। उन्होंने कहा कि ये नेता अहंकार की वजह से हारे।
इन्होंने प्रचार तक नहीं किया। उल्टा दीपेंद्र-जेपी ने जहां प्रचार किया, उन जगहों से कांग्रेस जीती है। बरवाला से कांग्रेस उम्मीदवार रहे रामनिवास घोड़ेला ने दीपेंद्र हुड्डा का नाम लिए बिना कहा- सरकार विधायकों से बनती है, मगर हमारे वाले नेता सोचते थे कि बिना विधायकों के ही सरकार बना देंगे। कुछ नेताओं की सोच गलत थी।
हिसार सांसद की वजह से चुुनाव हारे
घोड़ेला ने जयप्रकाश को लेकर कहा जब लोकसभा की टिकट मिली तो मैंने सबको मदद के लिए कहा। मगर विधानसभा चुनाव में भी ये 50-55 आदमियों को थापी मारते रहे। जेपी यहां से नहीं जीतेगा, ये मेरी गारंटी है। मेरी नलवा हलके के कांग्रेस कैंडिडेट अनिल मान, हांसी कैंडिडेट से भी बात हुई, उन्होंने भी कहा कि जेपी की वजह से हारे।
कांग्रेस के बड़े नेताओं ने बनवाई भाजपा की सरकार
पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह ने भी दीपेंद्र का नाम लिए बिना कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार लोगों ने नहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं ने बनवाई है। उनको वहम था और घमंड था, जो उनको ले डूबा। वो चाहते थे कि इस हलके (नलवा) से विधायक न बने, मगर मैं मुख्यमंत्री बन जाऊं। संपत सिंह ने कहा कि इनको लगता था कि संपत सिंह जीत गया तो मंत्री बनाना पड़ेगा। संपत सिंह ने आगे कहा कि एक सांसद बगावत करता है, यह छोटी बात नहीं। पार्टी को आॅडियो व वीडियो दोनों दे दिए। पार्टी कहती है फेक्ट एंड फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जो हारे हुए लोग हैं, इस कमेटी में वही शामिल कर दिए।
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