Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए जहां मौजूदा प्रदेश सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए वहीं उन्होंने शिअद से बागी हुए नेताओं के खिलाफ धार्मिक कार्रवाई की भी वकालत की। मीडिया से मुखातिब होते हुए मजीठिया ने कहा कि अकाल तख्त साहिब से धार्मिक सजा सिर्फ अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को ही नहीं, बल्कि बागी अकालियों को भी मिलनी चाहिए, क्योंकि बागी अकालियों ने भी अकाली दल की सरकार के दौरान सत्ता का सुख बराबर भोगा है।
प्रदेश सरकार मेरी जासूसी करवा रही
प्रदेश की मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए मजीठिया ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार उनके फोन टेप करवा रही है इतना ही नहीं सरकार मेरे घर पर भी नजर रख रही है। मजीठिया ने कहा कि एसआईटी कानून के अनुसार नहीं चलती बल्कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेशों का पालन करती है, क्योंकि मुख्यमंत्री गृह मंत्री भी हैं और पुलिस अधिकारियों का स्थानांतरण गृह मंत्री और मुख्यमंत्री को ही करना होता है।
ड्रग मामले में अब तक कई एसआईटी बदली जा चुकी हैं, एसआईटी में शामिल अधिकारियों को पहले प्रमोशन दिया जाता है। उनके मामले में एसआईटी का गठन डीजीपी स्तर से लेकर डीआइजी स्तर तक किया गया था। लेकिन अब यह इंस्पेक्टर स्तर पर आ गया है। मजीठिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा था कि नशे के मामले में चालान जरूर पेश किया जाएगा, लेकिन कई एसआईटी बन चुकी हैं। अब मुख्यमंत्री यह बताएं कि चालान उन्होंने पेश करना है या एसआईटी ने। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वह केस रि-राइट कर रहे हैं, जोकि गैर कानूनी है।