आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
ईडी ने चंडीगढ़ के एक रियल एस्टेट समूह की 147.81 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। इन संपत्तियों में गुप्ता बिल्डर्स और प्रोमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड (जीबीपीपीएल) के निदेशक सतीश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता उनके सहयोगी अनुपम गुप्ता और नवराज मित्तल के वाणिज्यिक स्थल, आवास, कृषि भूमि और बैंक खाते शामिल हैं।
धनराशि एकत्रित करने के बाद उक्त सभी आरोपी फरार
ईडी ने कहा है कि निदेशकों ने अन्य लोगों की मिलीभगत से घर खरीदारों से जुटाए धन की हेराफेरी की है। इस धन को विभिन्न चल-अचल संपत्तियों में निवेश किया गया था, जिनकी कुर्की की गई है। कंपनी ने करीब 2500 खरीदारों से 478 करोड़ रुपए जुटाए और इन लोगों को फ्लैट, प्लॉट और वाणिज्यिक स्थल देने का वादा किया था। इतनी धनराशि एकत्रित करने के बाद उक्त सभी आरोपी फरार हो गए थे। पंजाब के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी। मामला 2021 सितंबर में सामने आया जब लोगों को आवास और प्लाट नहीं मिल रहे थे। बवाल मचने के बाद सभी आरोपी कहीं अंडरग्राउंड हो गए थे। पीड़ित लोगों को न तो वादे के मुताबिक आवास आदि मिले और न ही उन्हें उनका पैसा वापस मिला।
चंडीगढ़ में दर्ज हैं एक दर्जन से ज्यादा मामले
गौरतलब है कि संपत्ति खरीदने और बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने के मामले में फरार चल रहे गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स (जीबीपी) और सहयोगियों के 19 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जून माह में छापेमारी की थी। यह छापे चंडीगढ़, अंबाला, पंचकूला और दिल्ली में मारे गए थे। इस दौरान कई अचल संपत्ति के दस्तावेज, एक ऑडी क्यू-7 कार सहित 85 लाख रुपये जब्त किए थे। गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स के खिलाफ चंडीगढ़ में अब तक धोखाधड़ी के मामले में एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। जीबीपी ग्रुप का कार्यालय सेक्टर-34 में है और सभी आरोपी फरार हैं।
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