Aaj Samaj (आज समाज), RBI MPC Meeting Update, नई दिल्ली: रिजर्व बैंक आफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने एक बार फिर रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एमपीसी की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समिति ने मुद्रास्फीति को काबू में रखने व आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से नीति में बदलाव न करके एक बार फिर रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है। 5-1 के मत से यह निर्णय लिया गया है।
- पांचवीं बार नीतिगत दर अपरिवर्तित रखी गई
वैश्विक अर्थव्यवस्था अब भी बहुत नाजुक
शक्तिकांत दास ने कहा कि कर्ज का स्तर बढ़ने, भू-राजनीतिक तनाव और अत्यंत खराब मौसम के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था अब भी बहुत नाजुक बनी हुई है। आरबीआई गवर्नर के अनुसार वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। उन्होंने कहा, हमारी बुनियाद सुदृढ़ है और यह लगातार पांचवीं बार है जब नीतिगत दर यानी रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।
जीडीपी वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान
आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जीएसटी संग्रह, पीएमआई (परजेचिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे महत्वपूर्ण आंकड़े मजबूत बने हुए हैं और इन सबको देखते हुए चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है।
खुदरा महंगाई दर के अनुमानित आकंड़े भी जारी किए
आरबीआई ने खुदरा महंगाई दर के अनुमानित आकंड़े भी जारी किए हैं। अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए 5.6 फीसदी, जनवरी-मार्च 2024 के लिए 5.2 फीसदी और अप्रैल-जून 2024 लि 5.2 फीसदी रखा गया है। इन तीनों ही अनुमानों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके बाद जुलाई-सितंबर 2024 और अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए क्रमश: 4.0 फीसदी और 4.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।
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