RBI has accepted my warning of the crisis of the economy, economic disaster will not be overcome by diverting media attention – Rahul Gandhi: र्थव्यवस्था के संकट की मेरी चेतावनी को आरबीआई ने माना, मीडिया में ध्यान भटकानेसे आर्थिक आपदा दूर नहीं होगी – राहुल गांधी

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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर अर्थव्यवस्था को लेकर लगातार हमलावर हैं। आरबीआई ने कल अपनी रिपोर्ट में कहा था कि देश में आर्थिक हालात ठीक करने के लिए अथक और निरंतर प्रसास की जरूरत है। कोरोना वैश्विक महामारी ने विश्व की अर्थव्यवस्था के साथ भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर किया है इससे उबरने में समय लगेगा। आरबीआई की रिपोर्टके बाद आज राहुल गांधी ने ट्वीट किया और कहाा कि वह जिस खतरे के बारे में कई महीनों से आगाह कर रहे थे, उसे अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी माना है। राहुल ने बुधवार को अपने एक ट्वीट में देश के आर्थिक हालातों पर लिखा कि वह लगातार इसकी ओर इशारा कर रहे थे। वह लगातार कठिन आर्थिक हालातों पर चेतावनी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अब आरबीआई ने भी उनकी चेतावनी को माना है। उन्होंने कहा कि सरकार को अब ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, कर्ज देने की जरूरत नहीं है। गरीबों को पैसा दें, उद्योगपतियों का टैक्स मत माफ कीजिए। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरु करने केलिए खपत का माध्यम लेना होगा। इसी के साथ उन्होंने मोदी सरकार और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा कि मीडिया के जरिए ध्यान भंग करने से न तो गरीबों की मदद होगी और न ही आर्थिक आपदा दूर होगी। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक अखबार की उस खबर को लगाया है जिसमें आरबीआई की रिपोर्ट को प्रमुखता से छापा है और उ समेंबताया गया है कि देश में खपत को गंभीर झटका लगा है। गरीब को ज्यादा नुकसान पहुंचा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने में समय लगेगा। रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स में जो कटौती की है उससे निवेश को बढ़ावा नहीं मिला है बल्कि कंपनियों ने इसका इस्तेमाल कर्ज घटाने और कैश बैलेंस करने में किया है। गौरतलब है कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण देश में लंगे समय तक लॉकडाउन रहा जिसके कारण देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है।