राजकोट। बंगाल और पिछली बार की उपविजेता सौराष्ट्र के बीच रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। मुकाबले के नतीजे से ज्यादा दोनों टीमों की नजरें पहली पारी में बढ़त लेने पर लगी हैं ताकि इसके आधार पर विजेता तय हो जाए। सौराष्ट्र के पहली पारी में बनाए 425 रनों के जवाब में चौथे दिन स्टंप तक बंगाल ने 6 विकेट पर 354 रन बना लिए हैं। अब शुक्रवार को सौराष्ट्र को जीत के लिए 4 विकेट की दरकार होगी तो बंगाल का इरादा 72 रन बनाकर पहली पारी में बढ़त के आधार पर चैंपियन बनने का होगा। हालांकि इसका दारोमदार अनुस्तूप मजूमदार और अर्णब नंदी पर होगा, जो 58 और 28 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं।
मैच के चौथे दिन बंगाल के लिए सुदीप चटर्जी और ऋद्धिमान साहा ने खेल को 3 विकेट पर 134 रन से आगे बढ़ाया। दोनों ने संभलकर दिन का पहला घंटा निकाला और धीरे-धीरे रनगति को आगे बढ़ाना जारी रखा। हालांकि सौराष्ट्र को धैर्य का फल मिला और अनुस्तूप चटर्जी 81 रन बनाकर धर्मेंद्रसिंह जडेजा की गेंद पर शॉर्ट लेग पर विश्वराज जडेजा को कैच थमा बैठे। उन्होंने 241 गेंदों की अपनी पारी में 7 चौके लगाए। चटर्जी और साहा ने चौथे विकेट के लिए 101 रन की अहम साझेदारी की।
सुदीप चटर्जी के आउट होने के कुछ देर बाद ही ऋद्धिमान साहा भी प्रेरक मांकड की गेंद पर बोल्ड हो गए। साहा ने 184 गेंदों में 10 चौके और एक छक्के की मदद से 64 रन बनाए। अब क्रीज पर अनुस्तूप और शाहबाज अहमद थे। दोनों ने स्कोर को थोड़ा आगे खींचा, लेकिन तभी अहमद चेतन सकारिया की गेंद पर बोल्ड हो गए। उन्होंने 39 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 16 रन बनाए। ऐसे में जबकि बंगाल ने अपना छठा विकेट 263 रन के स्कोर पर गंवा दिया तो सौराष्ट्र की टीम की चैंपियन बनने की उम्मीदें काफी बढ़ गईं, लेकिन अनुस्तूप और अर्णब नंदी ने जोरदार पलटवार करते हुए उस पर पानी फेर दिया। दोनों ने आक्रामण और डिफेंस का बेहतरीन नमूना दिखाते हुए रन बनाने का सिलसिला जारी रखा। दिन का खेल खत्म होने तक दोनों सातवें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी कर चुके हैं। अनुस्तूप 134 गेंदों पर 8 चौकों की मदद से 58 रन बनाकर खेल रहे हैं, जबकि नंदी ने 3 चौकों और 1 छक्का लगाकर 82 गेंदों पर 28 रन बनाए हैं।