Aaj Samaj (आज समाज), Randhir Jaiswal, नई दिल्ली: झूठा वादा करके युद्धग्रस्त देशों जैसे रूस व यूक्रेन आदि में भर्ती कराने वाले एजेंटों की अब खैर नहीं है। केंद्र सरकार ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा है कि कई भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में काम करने के लिए धोखा दिया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने ऐसे भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई के लिए मामले को रूस के सामने दृढ़ता से उठाया है।
अपने नागरिकों की शीघ्र रिहाई के लिए हम प्रतिबद्ध : जयसवाल
जयसवाल ने कहा, हम रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में काम कर रहे अपने नागरिकों की शीघ्र रिहाई और उनके घर लौटने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि लगभग 20 लोगों ने हमसे संपर्क किया है और हम उनका पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं। जयसवाल ने कहा, हमारे पास विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान के संयुक्त सचिव के नेतृत्व में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल है, जो अभी अफगानिस्तान के दौरे पर है।
सीबीआई ने किया है मानव तस्करी से जुड़े नेटवर्क का भंडाफोड़
सीबीआई ने मानव तस्करी से जुड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है जो विदेश में नौकरी दिलाने की आड़ में भारतीयों को रूस और यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में ले जाता था और वहां उन्हें रूस की तरफ से जंग लड़ने को मजबूर किया जाता है। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि जांच एजेंसी ने कई वीजा परामर्श फर्मों और एजेंट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
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