अयोध्या। भगवान राम की नगरी अयोध्या में राममय हो चुकी है। पांच अगस्त की भूमि पूजन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। सबकुछ पूरी तरह तैयार है। बुधवार की सुबह अयोध्या और देशवासियों के लिए नईउर्जा और उल्लास के साथ आएगी। भव्य मंदिर निर्माण के लिए बुधवार को भूमिपूजन का कार्यक्रम प्रधानमंत्री की उपस्थिति में होगा। पीएम अपने हाथों से भव्य निर्माण के आरंभ केलिए र्इंट रखेंगे। पूरी अयोध्या को इस खास मौके के लिए सजाया गया है। भूमि पूजन में शामिल होने के लिए मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इस समारोह के मुख्य अतिथि हैं। इनके साथ ही अन्य साधु संतों को भी आमंत्रित किया गया है। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए केवल 175 मेहमान को ही आयोजन में शामिल होने का न्यौता मिला है। कल पीएम मोदी निर्धारित शुभ मुहूर्त में करेंगे। यह मुहूर्त केवल 32 सेंकेड का है, जो मध्याहन 12 बजकर 44 मिनट आठ सेकेंड से लेकर 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकेंड के बीच है।
बताया गया कि षोडश वरदानुसार 15 वरद में ग्रह स्थितियों का संचरण शुभ और अनुकूलता प्रदान करने वाला है। बुधवार को पीएम मोदी अयोध्या में ढाई घंटे रहेंगे और वह हुनमानगढ़ी भी जाएंगे। हनुमागढ़ी के बाद वह मंदिर स्थल का दौरा करेंगे और एक विशेष डाक टिकट भी जारी करेंगे। संभव है कि पीएम वहां से देशवासियों को संबोधित भी करें।
सूचना है कि राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को कामिकोच्चि के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती द्वारा भूमिपूजन के लिए भेजे गए चांदी के सिक्के वहां उपस्थित संतों को भेंट किए जाएंगे। मंदिर निर्माण के पूजन में सोने चांदी के चार र्इंटों का प्रयोग किया जाएगा। इन्हें तमिलनाडू से मंगवाया गया है। अयोध्या में इस समय सुरक्षा इंतजामात सख्त कर दिए गए हैं। एनएसजी कमांडो सहित लगभग 4000 सुरक्षाकर्मी मंदिर स्थल के पास तैनात हैं और 75 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। इसके अलावा अयोध्या की सीमाओं को सोमवार रात से ही सील कर दिया गया है।