Aaj Samaj (आज समाज), Ramlala Pran Pratistha, नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम वाले दिन व्रत रखेंगे। बता दें कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में इसी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है और इन दिनों अयोध्या में जोर-शोर से इसकी तैयारियां चल रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य अनुष्ठान के लिए पीएम मोदी 22 जनवरी को राम नगरी अयोध्या पहुंचेंगे। इससे पहले 16 जनवरी को प्रधानमंत्री द्वारा संकल्पित अक्षित अयोध्या पहुंच जाएगा। अक्षत आने के बाद 7 दिवसीय अनुष्ठान शुरू होगा।
- 22 जनवरी को होनी है रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
- 16 जनवरी को पहुंचाया जाएगा संकल्पित अक्षित
सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं प्रधानमंत्री
प्राण प्रतिष्ठ अनुष्ठान की शास्त्रीय विधि परंपरा में यजमान को पूरा दिन उपवास रखकर सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने होंगे। मतलब पीएम मोदी 22 जनवरी को उपवास पर रहते हुए प्राणाधन की प्रक्रिया पूरी करेंगे। प्राण विधान की प्रक्रिया में यजमान के लिए जरूरी कर्म में पवित्र नदियों में स्नान भी शामिल है। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने से पहले अयोध्या स्थित पवित्र सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं।
विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण के वक्त भी किया था स्नान
2021 में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर लोकार्पण के वक्त भी उन्होंने गंगा में स्नान करके पूजा पाठ में हिस्सा लिया था। प्रधानमंत्री के इस कदम की उस दौरान देशभर में चर्चा रही थी। इसलिए माना जा रहा है कि इस बार भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक समारोह से पहले प्रधानमंत्री सरयू में स्नान कर सकते हैं।
22 नवंबर से चल रहा चारों वेदों की सभी शाखाओं का परायण व यज्ञ
राम मंदिर परिसर में 22 नवंबर से लगातार चारों वेदों की सभी शाखाओं का परायण व यज्ञ अनवरत जारी है। देश के सभी राज्यों के मूर्धन्य विद्वानों और यज्ञाचार्यों को अनुष्ठान में सम्मिलित करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र आमंत्रित कर रहा है। राज्यों से आ रहे वैरिक विद्वानों द्वारा किया जा रहा यह 15 जनवरी तक चलेगा। राममंदिर का निर्माण निविघ्न हो, इसके संकल्प के साथ यह यज्ञ शुरू किया गया था।
भगवान राम से जुड़ी चीजों को प्रसाद स्वरूप खरीद रहे लोग
राम मंदिर के दर्शनार्थ आने वाले लोग इन दिनों अपने साथ भगवान राम से जुड़ी चीजों को प्रसाद स्वरूप साथ ले जा रहे हैं। वे श्रीराम मंदिर का मॉडल, कुर्ता, टोपी दुपट्टा, टी शर्ट, अंगुठी और कड़ा चाबी का छल्ला आदि खरीदकर ले जा रहे हैं। इन चीजों की बढ़ती बिक्री से अयोध्या के कारोबारी भी खुश हैं। राम मंदिर से पहले अयोध्या में भगवान राम के नाम पर कई दुकानें हैं। रामलला के भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजने की गंूज महीनों तक सुनाई देगी। आरएसएस व बीजेपी ने इसके लिए व्यापक योजना तैयार की है। लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के एक करोड़ से अधिक लोगोें को रामलला के दर्शन करवाने की तैयारी है। दर्शन के लिएहर जिले की तिथि तय होगी।
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