नई दिल्ली। बाबा रामदेव और ऐलोपैथी डाक्टरों के बीच रार के संबंध में आज बाबा रामदेव ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि आईएमए उत्तराखंड द्वारा दिए गए नोटिस की कोई योग्यता नहीं क्योंकि वह अपना बयान पहले ही वापस ले चुके हैं। रामदेव ने कहा कि एलोपैथिक दवाओं और डॉक्टरों के खिलाफ उनकी टिप्पणियों पर एक चिकित्सा पेशेवर संघ द्वारा कानूनी नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि इसमें कोई योग्यता नहीं है। आगे रामदेव ने कहा कि यह अधूरी जानकारी और एक घंटे की लंबी बैठक के वीडियो में से एक क्लीप पर आधारित है। उनका कहना था कि उनकी टिप्पणियों को संदर्भ से बाहर ले जाया गया। वह केवल प्रयोगात्मक चिकित्सा के अत्यधिक उपयोग पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि कई चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी प्रायोगिक उपचारों के अति प्रयोग के बारे में चिंता व्यक्त की है और उनमें से कई को बाद में उपचार प्रोटोकॉल से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के किसी भी अनुशासन के खिलाफ उनकी कोई दुर्भावना नहीं। आईएमए उत्तराखंड के नोटिस का जवाब मेंबाबा रामदेव ने कहा कि आपके द्वारा जारी किया गया नोटिस पूरी तरह से गलत है, योग्यता से रहित है और अधूरी जानकारी के आधार पर जारी किया गया है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि आप अपना नोटिस तुरंत वापस ले लें।