डेरा प्रमुख को लेकर राम रहीम ने की बड़ी घोषणा, हनीप्रीत का नाम भी बदला

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Ram Rahim Announcement

आज समाज डिजिटल, (Ram Rahim Announcement) : साध्वियों से यौन शौषण और पत्रकार हत्या केस में रोहतक की सुनारियां जेल में सजा काट रहा सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम एक बार फिर से सुर्खियों में है। राम रहीम 40 दिन की पैरोल पर है और वह यूपी स्थित बागपत डेरे में अपनी छुट्टियां मना रहा है। इसी दौरान वह आनलाइन सत्संग भी कर रहा है। वहीं अब राम रहीम ने डेरे की गद्दी को लेकर बड़ी घोषणा कर दी है। दरअसल, पिछले कई दिनों से डेरे की गद्दी और गुरु बदलने की चर्चाएं हो रही थी जिन पर राम रहीम ने अब विराम लगाते हुए कहा है कि वह सिरसा मुख्यालय वाले पंथ के प्रमुख हैं और आगे भी रहेंगे।

हनीप्रीत का क्या नाम रखा?

इसके अलावा राम रहीम ने अपनी सबसे खास और अहम राजदार हनीप्रीत का नाम भी बदल दिया है। राम रहीम ने हनीप्रीत का नाम बदलकर ‘रूहानी दीदी’ रख दिया है। लेकिन राम रहीम ने हनीप्रीत की डेरे में भूमिका पर कहा कि हनीप्रीत डेरा की व्यवस्था में वर्तमान में जो भूमिका निभा रही हैं और आगे भी इसी प्रकार निभाती रहेगी।

हनीप्रीत मेरी सबसे प्रिय शिष्या है. मैंने उसे एक नाम भी दिया है और मैं उसे रुहानी दीदी या रूह-दीदी कहकर पुकारता हूं। आगे भी हनीप्रीत की पहचान इसी नाम से रहेगी। बता दें कि हनीप्रीत जोकि अब रूहानी दीदी है, का असली नाम प्रियंका तनेजा है। ये दोनों घोषणा राम रहीम ने उत्तर प्रदेश के बागपत में स्थित बरनावा आश्रम में संगत को संबोधित करते हुए कीं।

आनलाइन प्रवचन का सिलसिला है जारी

गौरतलब है कि राम रहीम पैरोल मिलने के बाद से यूपी के बागपत डेरे में है और आनलाइन सत्संग कर रहा है जिसमें राम रहीम के हजारों भक्त हिस्सा ले रहे हैं। इतना ही नहीं, बीजेपी नेता भी डेरा प्रमुख के आनलाइन प्रवचनों में नतमस्तक होते नजर आए हैं, जिसको लेकर हरियाणा की प्रमुख विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर निशाना साध रही है।

मर्डर और यौन मामले में सजायाफ्ता राम रहीम के सामने भाजपा नेताओं का नतमस्तक होना, चर्चा का विषय बना हुआ है। सत्संग में शामिल सीनियर डिप्टी मेयर ने कहा था कि बाबा जी का सत्संग था। उन्हें साधु संगत ने सत्संग में बुलाया था। मेरे वार्ड के काफी लोग बाबा के साथ जुड़े हुए हैं। उनका कार्यक्रम था।

पंचायत चुनाव से पहले मिली है राम रहीम को पैरोल

बता दें कि राम रहीम को 40 दिन की पैरोल ऐसे समय में मिली है जब हरियाणा में पंचायत चुनाव है। इसके अलावा आदमपुर में उपचुनाव होने जा रहा है। अत: राम रहीम की पैरोल को लेकर विपक्षी दल लगातार भाजपा को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि पैरोल पर जेल से बाहर आना हर एक कैदी का अधिकार होता है और बाबा की पैरोल के समय हरियाणा में चुनाव होता है तो यह महज एक इत्तेफाक है।

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