नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
भारतीय सभ्यता हजारों वर्षों पुरानी है और इसके विकास का अध्ययन लगातार जारी है। इस दिशा में राखीगढ़ी वह महत्त्वपूर्ण स्थान है जोकि भारतीय सभ्यता के विकास का केंद्र रही है। यह विचार हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने राखीगढ़ी महोत्सव 2023 के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। अस्तित्त्व द्वारा आयोजित इस वार्षिक सांस्कृतिक आयोजन में डेक्कन कॉलेज रिसर्च इंस्टिट्यूट, पुणे के पूर्व कुलपति प्रो. वसंत शिंदे की गरिमामयी उपस्थिति रही।
आयोजन में हरियाणवी भोजन, हरियाणवी वस्तुओं की प्रदर्शनी आकर्षण का मुख्य केन्द्र रही
इस अवसर पर राखीगढ़ी उत्खनन के निदेशक प्रो. वसंत शिंदे और डॉ. संजय मंजुल ने राखीगढ़ी के अतीत पर प्रकाश डाला। हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के इतिहास एवं पुरातत्त्व विभाग के सहायक आचार्य डॉ. नरेंद्र परमार ने भी सरस्वती नदी घाटी में भारतीय सभ्यता का उदय और तिगराणा उत्खनन पर अपने विचार व्यक्त किए। आयोजन में हरियाणवी सांस्कृतिक कार्यक्रम, हरियाणवी भोजन, हरियाणवी वस्तुओं की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही।
ये भी पढ़ें : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्वदेशी वस्तुओं की प्रदर्शनी आज से
ये भी पढ़ें : तीन जिला पार्षदों सहित क्षेत्र के कई लोग जेजेपी में शामिल
ये भी पढ़ें : बचपन प्ले स्कूल में मनाया गया नेताजी सुभाषचंद्र बोस का जन्मदिन