Aaj Samaj (आज समाज), Rajnath Rajouri Visit, जम्मू: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि सरकार हमेशा सेना के साथ है और सुरक्षा बलों का कल्याण सरकार की सदैव प्राथमिकता रही है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गत सप्ताह गुरुवार को सेना की दो गाड़ियों पर हुए आतंकी हमले के बाद राजनाथ बुधवार को राजौरी पहुंचे और वहां वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों संग बैठक कर मौके का निरीक्षण किया। उनके साथ सेना प्रमुख मनोज पांडे भी थे। पुंछ हमले में चार सैनिक शहीद हुए हैं और कुछ घायल हैं।
- जंग के साथ जवानों को लोगों का दिल भी जीतना होगा
हमारे लिए हर सैनिक परिवार के सदस्य की तरह
राजनाथ ने सैनिकों को संबोधित करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया और कहा कि सरकार के साथ देश दोनों सेना के साथ है। उन्होंने कहा, सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए हमें और सजग रहने की जरूरत है। रक्षा मंत्री ने कहा, हमारे लिए हर सैनिक बेहद महत्वपूर्ण है, हमारा हर सैनिक परिवार के सदस्य की तरह है। उन्होंने सैनिकों से कहा, आपके ऊपर कोई नजर डाले, यह हमें कतई बर्दाश्त नहीं है।
रक्षा मंत्री ने कहा, ऐसी घटनाओं को रोकने में सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस एजेंसी दोनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके लिए शासन की तरफ से जिस भी सहयोग की आवश्यकता होगी उसके लिए सरकार का खजाना खुला हुआ है। राजनाथ ने हमले में शहीद हुए चार जवानों को श्रद्धांजलि भी दी और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना की।
मुझे सुरक्षा बलों की बहादुरी व दृढ़ता पर भरोसा
रक्षा मंत्री ने सैनिकों की बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा, उन्हें पूरा विश्वास है कि सेना जम्मू-कश्मीर की धरती से आतंकवाद का सफाया कर देगी। उन्होंने कहा, मुझे आपकी बहादुरी और दृढ़ता पर विश्वास है। कश्मीर से आतंकवाद खत्म होना चाहिए और आपको इस प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। राजनाथ ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि आप जीत हासिल करेंगे। इसके साथ-साथ आपको लोगों का दिल भी जीतना है।
आतंकियों की तलाश जारी, 15 संदिग्ध हिरासत में लिए
पुंछ जिले की सुरनकोट तहसील के देहरागली के सावनी क्षेत्र में 21 दिसंबर को दो सैन्य वाहनों पर आतंकियों ने घात लगा कर हमला किया था। इस हमले में शामिल आतंकियों का पता लगाने के लिए सुरक्षा बलों का आॅपरेशन सातवें दिन भी जारी है। इस दौरान हमले में शामिल आतंकियों को मदद पहुंचाने वालों का पता लगाने के लिए सेना ने 15 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इन पर आतंकियों की किसी न किसी प्रकार से मदद करने का शक है।
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