Karnal News (आज समाज) करनाल: हरियाणा के करनाल पहुंचे कुरुक्षेत्र के पूर्व सांसद राजकुमार सैनी ने इंद्री विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। इस दौरान सैनी ने अपनी राजनीतिक यात्रा और विवशताओं पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उन्हें हमेशा अपनी पारंपरिक सीट से बाहर जाकर चुनाव लड़ना पड़ा है। उन्होंने कहा कि ब्लॉक समिति का चुनाव हो, सरपंच बनना हो, या जिला परिषद का चुनाव हो, हर बार उन्हें दूसरे क्षेत्रों से चुनाव लड़ना पड़ा। विधायक बनने के दौरान उनका हलका रिजर्व था और उन्हें किसी और क्षेत्र से चुनाव लड़ना पड़ा। सैनी ने पिछला टछअ चुनाव गोहाना से लड़ा था और इस बार इंद्री से लड़ने का फैसला किया है। सैनी का कहना है कि उनका मुख्य उद्देश्य जनता की आवाज को बुलंद करना है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में माइनरिटी का हिस्सा 11.23 प्रतिशत है, लेकिन जिन लोगों के हाथ में शासन रहा है, उन्होंने नौकरियों में भेदभाव किया है और कमजोर तबके को ऊपर उठने नहीं दिया है। सैनी का कहना है कि इस कमजोर तबके की आवाज उठाने वाला कोई नहीं था और उन्हें तीन बार बड़ी-बड़ी पार्टियों से टिकट लेकर सत्ता छोड़नी पड़ी। भाजपा में सांसद पद छोड़ने के बाद, उन्होंने देखा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले, जो पिछड़ा वर्ग के पक्ष में थे, लागू होते नहीं दिखाई दिए। इसलिए, सैनी ने पिछड़ा वर्ग को न्याय दिलाने और अपने नेता पैदा करने की जरूरत बताई है। सैनी ने कहा कि नेताओं ने जनता को बहकाने का काम किया है। किसी ने दो लाख नौकरियां देने का वादा किया, तो किसी ने महंगाई और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की बात की। बेरोजगारी भत्ता देने के लॉलीपॉप भी दिए गए। ऐसे बयान बाजी से जनता को गुमराह किया जा रहा है और वे इसके पक्षधर नहीं हैं। उन्होंने व्यवस्था को बदलने की जरूरत पर जोर दिया है। अगर तीन पीढ़ियों में भी किसी को रोजगार नहीं मिला है, तो उन्हें प्राथमिकता पर रोजगार देना जरूरी है।