Rajasthan Punarjanam Amazing Story
अभिषेक जोशी, जयपुर:
Rajasthan Punarjanam Amazing Story : अक्सर पुनर्जन्म की कहानी दादा-दादी के किस्सों में सुनने को मिलती हैं। इन पर विश्वास करना और नहीं करना हम पर निर्भर होता है। ऐसा भी देखा जाता है कि इन कहानियों को काल्पनिक मान लिया जाता है, लेकिन इन कहानियों का क्या करेंगे, जब एक चार साल की मासूम बच्ची अपने पिछले जन्म की पूरी व्यथा बयां कर दे। यहां तक कि पिछले जन्म में मां रही महिला का फोटो देखकर फफक पड़े। जी हां, हम जिक्र कर रहे हैं राजस्थान के राजसमंद में जन्मीं एक बच्ची का। जो इस समय मात्र चार वर्ष की है।
पांच बहनों में सबसे छोटी है यह बच्ची
राजसमंद की यह मासूम 5 बहनों में सबसे छोटी है। उसने बताया कि वह अपने माता पिता से उसका जन्म 30 किलोमीटर दूर एक गांव में हुआ। वहां उसके दो भाई है। (Rajasthan Punarjanam Amazing Story) साथ ही आग से जलने के बाद एंबुलेंस द्वारा उसे यहां छोड़ने बात भी बता रही थी। कई दिनों से वो भाई और मां से मिलने की जिद पर अड़ी थी।
जांच करने पर बच्ची की बात निकली ठीक
परिजनों ने जब पड़ताल की तो 30 किलोमीटर दूर उसके बताए एक गांव में 32 वर्षीय महिला की मौत और पारिवारिक स्थितियां ऐसी ही सामने आई है। इसके बाद परिजन बच्ची को लेकर उस गांव पहुंचे तो अपनी मां के सिवा किसी ओर की गोद ने नहीं जाने वाली मासूम पूरे मोहल्ले और सभी रिश्तेदारों के साथ खूब हंसी खेली। (Rajasthan Punarjanam Amazing Story)
नौ साल पहले हुआ था बच्ची का देहांत
अपने आपमें दुनिया के इस अनूठे मामले पर इंडिया न्यूज के संवाददाता ने दोनों गांवो में जाकर पड़ताल की तो सामने आया कि यहां ग्रामीण इस 4 वर्षीय बच्ची को 9 साल पहले दुनिया से जा चुकी एक विवाहिता के पुनर्जन्म से जोड़ रहे है। ये बच्ची मृत महिला के भाई, मां और बहन से रोजाना वीडियो कॉलिंग पर बात करती है।
इस जन्म में किंजल का नहीं है कोई भाई
रतनसिंह के कोई बेटा नहीं है, तो लंबे समय तक परिजनों ने इसको सामान्य मानते हुए ध्यान नहीं दिया। डेढ़-दो महीने पहले जब मां दुर्गा ने किंजल को उसके पापा को बुलाने को कहा तो किंजल अचानक बोली कि उसके पापा तो पिपलांत्री गांव में है। वहीं मां और भाई समेत पूरा परिवार भी रहता है। (Rajasthan Punarjanam Amazing Story)
आग से जल गई थी पिछले जन्म में
मां दुर्गा ने बताया कि बार-बार पूछने पर किंजल ने बताया कि वो आग से जल गई थी और बाद में उसे एंबुलेंस यहां छोड़कर चली गई। पापा ट्रक चलाते थे। उसके परिवार में दो भाई और दो बहने हैं। खेत और घर के बाहर फूल के कुछ पौधे होना भी बताया। बच्ची के बीमार होने की आशंका मानते हुए परिजन उसे कई मंदिर झ्र देवरों में भी ले गए, मगर सब जगह बच्ची को नॉर्मल बताया गया।
पिछले जन्म की मां का फोटो देख फफक गई मासूम
बताते हैं कि कुछ दिन पहले यह सब सुनकर बच्ची से मिलने परावल गांव पहुंचे। इस दौरान बच्ची उसे देखकर काफी खुश हुई। उसने जब अपनी मां और उषा का फोटो दिखाया, तो वो फुट झ्र फुटकर रोने लगी। इसके बाद पंकज ने बच्ची के परिजनों को पिपलांत्री आने और सबसे मिलने की बात कही। 14 जनवरी को किंजल अपनी मां और दादा समेत परिवार के लोगों के साथ पिपलांत्री पहुंची। इस दौरान किंजल से मिलने के लिए दूसरे रिश्तेदार मौजूद थे।
पुनर्जन्म के मामलों में रिसर्च की जरूरत: विशेषज्ञ
पूरे घटनाक्रम के बारे में एमबी अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ सुशील खेराड़ा को जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि यह पार्ट आॅफ पैरासाइकोलॉजी है। हालांकि यह केस कॉमन साइकोलॉजी से अलग है। यह बिल्कुल संभव हो सकता है। दुनिया में इससे पहले भी कुछ इसी तरह के केस सामने आए है। वे लोग भी पिछले जन्म के अनुभवों को याद करने लगे थे। यदि ऐसा है तो परावल गांव की इस बच्ची का स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर विस्तार से जांच होनी चाहिए। डॉ खेराड़ा ने बताया कि भविष्य में बच्ची में मनोविकार पैदा नहीं हो, इसके लिए इस पर ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
ज्योतिषाचार्य बोले- बच्ची की बातों को समझने की जरूरत
4 वर्षीय मासूम के पुनर्जन्म मामले पर उदयपुर के ज्योतिषाचार्य डॉक्टर भगवती शंकर व्यास ने बताया कि पुनर्जन्म होता है ये बिल्कुल सत्य है। पिछले जन्म में किये गए पुण्यों के आधार पर कई लोगों में 10 वर्ष की उम्र तक भी स्मृति रहती है। ऐसे में बच्ची की स्टडी करनी बहुत जरूरी है। क्योंकि बड़े होने तक भी बच्ची में माता झ्र पिता और जन्म स्थान को लेकर कोई कंफ्यूजन है तो ये उसके भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस मामले में किंजल ने हमने कई बार बात करने की कोशिश की लेकिन वो कुछ नहीं बोली। ये सब उसकी मां और उषा के परिवारजनों के साथ ग्रामीणों के दावे से लिखा गया है।