Rajasthan Paper Leak Case, (आज समाज), नई दिल्ली: राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक द्वितीय श्रेणी प्रतियोगी परीक्षा पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अनीता कुमारी उर्फ अनीता मीणा नाम की महिला को अरेस्ट किया है। मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत उनकी गिरफ्तारी की गई है। आरोपी को विशेष न्यायालय (पीएमएलए) जयपुर के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे ईडी की हिरासत में 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
अनिल कुमार मीणा के साथ मिलीभगत का आरोप
ईडी के अनुसार, अनीता मीणा पर शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022 में प्रश्नपत्र लीक करने के आरोपी दलाल अनिल कुमार मीणा के साथ मिलीभगत का आरोप है। अनिल कुमार को राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य बाबूलाल कटारिया के साथ पहले भी प्रश्नपत्र लीक में कथित भूमिका के लिए हिरासत में लिया गया था। ऐसे में अनिता मीणा मनी लॉन्ड्रिंग जांच में अहम कड़ी साबित हो सकती है।
अनीता मीणा, अनिल कुमार की करीबी दोस्त
ईडी की जांच में सामने आया कि अनीता मीणा, अनिल कुमार मीणा की करीबी दोस्त है और वह उसके साथ लगातार संपर्क में रही थी। उसने अपराध की आय (पीओसी) जुटाने में अनिल की सक्रिय तौर पर मदद की और अनिल से नकद में अपराध की बड़ी रकम भी हासिल की। और अपने नाम पर एक अचल संपत्ति भी खरीदी। ईडी ने बाबूलाल कटारिया, अनिल कुमार मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा व अन्य के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत राजस्थान पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर/चार्जशीट के आधार पर जांच शुरू की है।
ईडी ने आरोपियों के कई ठिकानों में की थी छापेमारी
ईडी ने आरोपियों के कई ठिकानों में छापेमारी कर आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल रिकॉर्ड बरामद किए थे। इसके अलावा, अंतिम कुर्की आदेश के तहत जांच एजेंसी ने 18.08.2023 को बाबूलाल कटारिया, अनिल मीणा उर्फ शेर सिंह मीणा और अन्य की लगभग 3.11 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्तियों को भी कुर्क किया। साथ ही ईडी ने पहले इस मामले में बाबूलाल कटारिया, अनिल कुमार मीणा और भूपेंद्र सारण, सुरेश कुमार उर्फ सुरेश साउ, विजय डामोर, पीराराम, पुखराज और अरुण शर्मा समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सभी के खिलाफ मुकदमा चल रहा है।