Rajasthan News : CM Bhajanlal Sharma मकर संक्रांति के बाद कर सकते हैं अपनी टीम का पुनर्गठन

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Rajasthan News : CM Bhajanlal Sharma मकर संक्रांति के बाद कर सकते हैं अपनी टीम का पुनर्गठन
Rajasthan News : CM Bhajanlal Sharma मकर संक्रांति के बाद कर सकते हैं अपनी टीम का पुनर्गठन
  • सूत्रों के मुताबिक आलाकमान दे चुका है फेरबदल की छूट

Rajasthan News | CM Bhajan Lal Sharma | अजीत मेंदोला | नई दिल्ली । राजस्थान में 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा अपने मंत्रिमंडल का पहला फेरबदल कर सकते हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो राजस्थान को लेकर एक्सरसाइज हो चुकी है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को अपने हिसाब से फेरबदल करने की छूट दे दी गई है।

सूत्रों के अनुसार उनके अनुसार कुछ मंत्रियों के विभाग बदले जा सकते हैं। इसके साथ ही एक—दो मंत्रियों की छुट्टी कर उनकी जगह नए मंत्री बनाए जा सकते हैं।

दरअसल, आलाकमान मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की कार्यप्रणाली से काफी खुश है। इसलिए जो भी फेरबदल होगा, उसमें सीएम की ही ज्यादा चलेगी। हालांकि इसी दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का भी कार्यक्रम जारी हो सकता है।

पार्टी इसी कोशिश में है कि 15 जनवरी तक आधे से ज्यादा राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव पूरे करा लिए जाएं, जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम जल्द से जल्द घोषित किया जा सके। संकेत यही हैं कि 15 के बाद कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा और 30 जनवरी तक नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।

इस बीच राज्यों में मुख्यमंत्री अपनी सुविधा के अनुसार फेरबदल जैसे फैसले कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शर्मा के लगातार दिल्ली दौरों से भी संकेत मिल रहे हैं कि संगठन के साथ सरकार में भी बदलाव हो सकते हैं।

राठौड़ को अभी नहीं बदला जाएगा

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ पर जल्द से जल्द जिला और मंडल अध्यक्ष घोषित करने का दबाव है। उन्होंने घोषणाएं भी शुरू कर दी हैं। राठौड़ पिछले वर्ष ही प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, इसलिए उन्हें नहीं बदला जाएगा।

हालांकि मध्यप्रदेश जैसे आधे राज्यों में नए प्रदेश नियुक्त किए जाएंगे। जहां तक राजस्थान का सवाल है तो दिल्ली में पहले से ही कई नेता जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे ही आगे भी जिम्मेदारी संभालेंगे। ऐसे में भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राजस्थान से एक—दो लोगों को मौका मिल सकता है।

इसलिए मुख्यमंत्री शर्मा जब चाहे अपने मंत्रिमंडल में बदलाव और फेरबदल कर सकते हैं।दिल्ली में होने वाले बदलाव का उन पर असर नहीं पड़ेगा। प्रदेश में दो—चार मंत्रियों की रिपोर्ट ठीक ठाक नहीं बताई जाती है।

इसलिए मुख्यमंत्री शर्मा पर छोड़ दिया गया है कि वह अपने हिसाब से फैसला करें। हालांकि सीएम शर्मा ने बीते 6 माह में सरकार और संगठन को ठीक ढंग से साधने में सफलता पाई है। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को जिले बांटकर यही कोशिश की है कि आमजन और कार्यकर्ता की सुनवाई हो।

राजनीतिक नियुक्तियां भी होंगी अभी प्रदेश में

मुख्यमंत्री शर्मा की सरकार के गठन को एक साल से ज्यादा हो गया है। मंत्रिमंडल में जगह खाली भी हैं। मंत्रिमंडल के पुर्नगठन के बाद राजनीतिक नियुक्तियां भी होनी है। इसका कारण यह है कि संगठन के बाद सबकी आस राजनीतिक नियुक्तियों पर ही रहेगी। बोर्ड और निगम के साथ बड़ी संख्या में राजनीतिक नियुक्तियां होनी है। इसलिए अगर किसी प्रकार का को व्यवधान नहीं आया तो 14 जनवरी के बाद मुख्यमंत्री शर्मा फेरबदल कर सकते हैं।

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