नई दिल्ी। राजस्थान के कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में लगातार बच्चों की मौत हो रही है। दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हुई। जिसके बाद इस अस्पताल में मरने वाले बच्चों की संख्या 100 हो गई है। अब तक हालांकि किसी बड़े नेता ने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। अब सौ बच्चों की मौत के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस हादसे के बारे में सुध आई है। सीएम गहलोत ने ट्वीट करके कहा है कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बीमार शिशुओं की मृत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बच्चों की मौत पर चिंता व्यक्त की और इस मामले में राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अवीनाश पांडेय से मुलाकात की है और उन्हें इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिया है। दूसरे ट्वीट पर उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम बच्चों के आईसीयू की स्थापना कोटा में हमने 2011 में की थी।
तीसरे ट्वीट में गहलोत ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिये तैयार हैं। निरोगी राजस्थान हमारी प्राथमिकता है। मीडिया किसी भी दबाव में आये बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी केंद्र सरकार की ओर से सहयोग देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर उनसे इस मामले को देखने का अनुरोध किया है। वहीं राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि हम इससे दुखी हैं, बच्चों को चिकित्सा उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है। कई बच्चे गंभीर हालत में लाए गए थे। भाजपा चाहें तो आॅडिट कर सकती है। जो भी बच्चे बचने की हालत में थे, हमने उन्हें बचा लिया है। बसपा सुप्रीमों मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधा और ट्वीट किया कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की चुप्पी साधे रहना बहुत दुखद है। अच्छा होता कि वह उप्र की तरह उन गरीब पीड़ित माताओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं। उन्होंने कहा, ह्लयदि कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की माताओं से नहीं मिलती हैं तो यहां अभी तक किसी भी मामले में उप्र पीड़ितों के परिवार से मिलना केवल इनका यह राजनैतिक स्वार्थ व कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी, जिससे उप्र की जनता को सतर्क रहना है।