Rain havoc In Himachal: हिमाचल में फिर आफत की बारिश, भूस्खलन के कारण मलबे में तब्दील कई घर, गाड़ियां, 51 लोगों की मौत

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Rain havoc In Himachal
शिमला के बाहरी इलाके में भारी बारिश के बाद शिमला-कालका हेरिटेज रेलवे ट्रैक का एक हिस्सा बह गया

Aaj Samaj (आज समाज), Rain havoc In Himachal, नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर बारिश और भूस्खलन ने कहर बरपाया है। न केवल इंसान बल्कि मवेशी भी फ्लैश फ्लड में तिनके की तरह बह गए हैं। रविवार से सोमवार शाम तक राज्य में विभिन्न वर्षाजनित हादसों में 51 लोगों की मौत हो गई और 55 से ज्यादा लोग लापता हैं। राजधानी शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी और कांगड़ा जिले में कई मकान, पुल व गाड़ियां भूस्खलन के मलबे में दब गईं। प्रदेशभर में चार दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश के बाद हिमाचल में बांध भी लबालब हो गए हैं।

  • पूरे राज्य में 800 से ज्यादा सड़कें बंद
  • मानसून के शुरू से 277 लोगों की मौत
  • भाखड़ा व पौंग डैम से पानी छोड़ा गया

शिमला में दो जगह भूस्खलन से 12 लोगों की मौत

शिमला में दो जगह भूस्खलन से 12 लोगों की मौत हो गई। सोमवार सुबह समर हिल इलाके में मंदिर ढह गया जिसमें सात लोगों की मौत हो गई। कुछ लोगों के दबे होने की आशंका थी। शिमला के ही फागली में भी लैंडस्लाइड हुआ और इसकी चपेट में आने से पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच को बचा लिया गया।

सोलन में बादल फटने से दो घर तबाह, 7 लोगों की मौत

सोलन के जादोन गांव में रविवार देर रात बादल फटने के बाद दो घर मलबे में बह गए और हादसे में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लापता बताए गए हैं। साथ अर्की के चमलोग में लैंडस्लाइड से दो लोगों की जान चली गई। मंडी जिले के कटोला में लैंडस्लाइड के बाद 8 लोग मलबे में दब गए। इनमें से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो को बचा लिया गया। अन्य के बचाव का काम जारी है। पंडोह-संभोल में बादल फटने से दो और धर्मपुर में भी दो लोगों की मौत हो गई। सात मील के पास बादल फटने से एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियों व कुछ घरों को नुकसान हुआ है।

कांगड़ा और हमीरपुर का हाल

कांगड़ा में बाथू ब्रिज गिरने से एक और हमीरपुर के भत्तू में एक व्यक्ति की मौत हो गई। चंबा के भटियात में भी एक व्यक्ति की जान चली गई। सिरमौर जिले के त्रिलोकपुर और विक्रमबाग में दो-दो लोगों की मौत हो गई। जिले में अलग-अलग जगह भारी बारिश के बाद 50 से अधिक घरों में मलबा घुस गया। बाकी लोगों की राज्य के अन्य इलाकों में हुई है। पूरे राज्य में 800 से ज्यादा सड़कें बंद होने से 2000 से ज्यादा रूटों पर बस सेवाएं ठप हैं। सड़क, बिजली, पानी के बगैर आम जनजीवन बुरी तरह बाधित है। खतरे के चलते सरकार ने सभी शिक्षण संस्थान बंद रखे हैं। परीक्षाएं भी रद कर दी हैं। मानसून सीजन की शुरुआत से अब तक प्रदेश में 277 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 290 व्यक्ति घायल हुए हैं। कुछ लापता हैं। ं

हिमाचल : नौ जिलों में फ्लैश फ्लड की चेतावनी

मौसम विभाग ने अब भी खासकर ब्यास, पौंग डैम, रंजीत सागर और सतलुज नदी के कैचमेंट एरिया में बादल फटने जैसी घटनाओं से भारी तबाही की चेतावनी दी है। इसी तरह 9 जिलों में मंगलवार तक फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से उफनते नदी-नालों व लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों में न जाने की अपील की है।

भाखड़ा बांध में बढ़ा जलस्तर, पंजाब में अलर्ट

हिमाचल में बारिश के बाद भाखड़ा बांध में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए पंजाब में अलर्ट जारी कर दिया गया है। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के अनुसार सोमवार को बांध का जलस्तर 1674.51 फीट पर पहुंच गया। यह खतरे के निशान से मात्र 6 फीट ही नीचे हैं। रविवार को टेस्टिंग के लिए फ्लड गेट 2 फीट तक खोले गए, जिनमें से तकरीबन 8100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं सोमवार को तकरीबन 46827 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पौंग डैम का जलस्तर सोमवार को 1385 फीट पहुंच गया है। इससे भी पानी छोड़ा गया है।

उत्तराखंड में कई जगह भूस्खलन, नदियां उफान पर

उत्तराखंड में चमोली के पीपलकोटी में भी लैंडस्लाइड हुई जिसमें कई गाड़ियां मलबे में दब गई और दुकानों में पानी घुस गया। मालदेवता में देहरादून डिफेंस कॉलेज बिल्डिंग ढह गई। पौडी जिले में लक्ष्मणझूला के पास लैंडस्लाइड में पांच लोग लापता हैं। मलबा एक रिसॉर्ट पर गिरा। राज्य में अधिकांश नदियां उफान पर हैं। मंदाकिनी नदी में बाढ़ की वजह से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे बंद हो गया है।

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