नई दिल्ली। कोरोना महामारी देश मेंफैलने से बचानेके लिए लॉकडाउन किया गया जिसके बाद से प्रवासी श्र मिकों का लगातार पलायन हो रहा है। वह अपने घर की ओर जा रहे हैं। प्रवासी श्रमिको को अपने गृहनगर पहुंचाने में रेलवे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार यादव ने मीडिया को बताया कि पिछले चार दिनों में औसतन 260 ‘श्रमिक विशेष ट्रेनें’ प्रतिदिन चलाई गईजिनकी मदद से प्रतिदिन तीन लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गतंव्य तक पहुचाया गया है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि 1 मई से ट्रेनों को चलाया गया है और इसमें सभी यात्रियों को मुफ्त भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। ट्रेनों और स्टेशनों मेंसभी प्रोटोकॉलों का पालन हो रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा नियम पालन किया जा रहा है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि अगले 10 दिनों में 2,600 ट्रेनों के शेड्यूल तय किए गए हैं। इनमें स्पेशल श्रमिक ट्रेनों से 36 लाख प्रवासी यात्रा करेंगे। रेलवे ने राज्यों को अपनी जरूरतें बताने को कहा है। उन्होंने कहा कि सामान्य स्थिति की बहाली की दिशा में रेलवे मंत्रालय की तरफ से 1 जून से 200 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। विनोद यादव ने कहा, “हमने 5 हजार कोच को कविड-19 केयर सेंटर्स के तौर पर तब्दील किया, जिनमें 80 हजार बेड थे। इनमें से करीब 50 प्रतिशत कोच का इस्तेमाल श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के लिए किया है। अगर जरूरत पड़ी तो उसे फिर से कोविड-19 केयर के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।”