Railway News : रेल दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कवच 4.0 को मंजूरी

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Railway News : रेल दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कवच 4.0 को मंजूरी
Railway News : रेल दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कवच 4.0 को मंजूरी
  • रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का दावा – करीब 4 साल में 10,000 कवच 4.0 लगेंगे, रेल मंत्रालय ने दी मंजूरी
  • कवच 5.0 और कवच 6.0 पर काम जारी, कवच 6.0 के लॉन्च के बाद होगा रेलवे ट्रैक सिग्नल फ्री

मनोहर केसरी | नई दिल्ली | रेलगाड़ियों को पटरी से उतरने की घटनाओं और जानमाल की क्षति पर लगाम लगाने के लिए 10000 रेलगाड़ियों के लोको में कवच 4.0 की मंजूरी दी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि RDSO ने कवच 4.0 को 17 जुलाई को मंजूरी दी। इसके बाद, हमने बैठक में इसे मोहर लगा दी। इतना ही नहीं, जिस जिस रुट पर चलने वाली ट्रेन में कवच 2.0 लगा है उसे भी अपग्रेड किया जाएगा और कवच 4.0 के लेवल का हो जाएगा। 5 कम्पनियां को बनाने के लिए स्वीकृत किया गया है। ये कवच मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है।

अभी तक सबसे व्यस्त रेल रूट दिल्ली- मुम्बई रेल रूट और दिल्ली हावड़ा रूट पर 1465 किलोमीटर रूट पर कवच 2.0 इंस्टॉल कर लिया गया है और हमारे पास हर साल 4000KM तक कवच लगाने की क्षमता है और नई कम्पनी के बनाने से ये क्षमता हर साल 5000KM से 5500KM तक इंस्टॉल करने की हो जाएगी।

दो नए रूट दिल्ली- चेन्नई और मुंबई चेन्नई सेक्शन

आखिरकार, कवच 4.0 कवच 2.0 काफी बेहतर है। कवच 4.0 ट्रायल के दौरान सभी इलाकों और परिस्थितियों में कारगार साबित हुआ है  चाहे वो पहाड़ी इलाका हो या वारिश हो रही हो या फिर कोई ओर परिस्थिति हो। इसके अलावा, रेल मंत्रालय कवच 5.0 और कवच 6.0 पर काम कर रहा है, साथ ही UHF के सहारे 4G,5G और 6G को भी अपडेट किया जा सकता है, इनमें सिर्फ़ सॉफ्टवेयर में बदलाव करने की जरूरत पड़ेगी और हार्डवेयर जस का तस रहेगा।

जब कवच 6.0 आएगा तब भारत में सिग्नल फ्री रेल रूट हो जाएगा और रेलगाड़ियों की स्पीड भी बढ़ जाएगी।
साथ ही, सभी 8000 रेलवे स्टेशनों को कवच फ्रेंडली बनानी के लिए काम तेजी से चल रहा है, इसके लिए जो भी आवश्यकता है उसपर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रेल मंत्री के मुताबिक, अगले 5 महीनों में इन रेलवे स्टेशनों का लाइडर सर्वे कराकर अगले साल जनवरी फरवरी में टेंडर जारी किया जाने का लक्ष्य है।

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