Train travel in India : भारत में यातायात का सस्ता व सुगम माध्यम है रेल : वैष्णव

0
78
Train travel in India : भारत में यातायात का सस्ता व सुगम माध्यम है रेल : वैष्णव
Train travel in India : भारत में यातायात का सस्ता व सुगम माध्यम है रेल : वैष्णव

कहा, देश में रेल यात्रा का खर्चा पड़ौसी देशों से कहीं कम, पिछले वर्षों में रेल हादसों में आई जबरदस्त गिरावट

Train travel in India (आज समाज), नई दिल्ली : भारत जैसे विकास शील लेकिन तेजी से बढ़ रही आर्थिकता वाले देश में रेल यात्रा यातायात का सबसे सस्ता व सुगम जरिया है। देश के हर रोज करोड़ों लोग इस माध्यम का फायदा उठा रहे हैं यह जानकारी देश के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने देते हुए बताया कि भारत में रेल यात्रा करना अन्य पड़ौसी देशों से कहीं ज्यादा सस्ता व सुलभ है। उन्होंने कहा कि भारत में रेल किराया पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों से कहीं कम है।

रेल हादसों में आई 90 प्रतिशत गिरावट

उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान की तुलना में अब तक रेल हादसों में 90 प्रतिशत की कमी आई है। 2025-26 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर बहस का जवाब देते हुए वैष्णव ने कहा कि राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर कोविड महामारी की कठिनाइयों से उभरकर अपने खर्चों को पूरा करने में सक्षम हो गया है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे ने स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं और त्यौहारों के मौसम में कई विशेष रेलगाड़ियां चला रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सुरक्षा पर ध्यान दिए जाने के कारण, लालू प्रसाद के मंत्रालय संभालने के समय की तुलना में दुर्घटनाओं में 90 प्रतिशत की कमी आई है।

रेल मंत्री ने ये आंकड़ें रखे देश के सामने

इस दौरान रेल मंत्री ने आंकड़े पेश करते हुए कहा कि लालू प्रसाद के कार्यकाल में एक वर्ष में लगभग 234 दुर्घटनाएं और 464 ट्रेनें पटरी से उतर गईं, यानी प्रति वर्ष लगभग 700, ममता बनर्जी के कार्यकाल में 165 दुर्घटनाएं और 230 ट्रेनें पटरी से उतर गईं, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या प्रति वर्ष 395 हो गई और मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यकाल में 118 दुर्घटनाएं और 263 ट्रेनें पटरी से उतर गईं, जिससे दुर्घटनाओं की कुल संख्या 381 हो गई। वैष्णव ने यह भी कहा कि अब यह घटकर 30 दुर्घटनाएं और 43 ट्रेनें पटरी से उतर गईं, जो पहले की अवधि से 90 प्रतिशत कम है और 2014-15 की तुलना में 80 प्रतिशत कम है। उन्होंने कहा कि रेलवे ने 2020 से किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की है।

विदेशों के मुकाबले इतना सस्ता है भारत में रेल का सफर

वैष्णव ने कहा कि अगर हम पड़ोसी देशों से तुलना करें तो हमारे यहां किराया बहुत कम है। 350 किलोमीटर की यात्रा के लिए भारत में किराया 121 रुपये, पाकिस्तान में 436 रुपये, बांग्लादेश में 323 रुपये और श्रीलंका में 413 रुपये है। मंत्री ने कहा कि यूरोपीय देशों में कीमतें पांच गुना से भी अधिक हैं।

ये भी पढ़ें : Indusind Bank : इंडसइंड बैंक के शेयरों ने की मजबूत वापसी