नई दिल्ली। एक ओर जहां केंद्र सरकार सीएए को किसी के खिलाफ नहीं होने का दावा कर रही है और सीएए-एनआरसी का समर्थन कर रही है। वहीं विपक्ष की ओर से इसका पूरी तरह से विरोध किया जा रहा है। अब डिटेंशन सेंटर को लेकर देश की सियासत गर्म हो गई है। सोशल मीडिया पर कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने सामने हैं। पीएम मोदी के देश में ‘डिटेंशन केंद्र’ नहीं होने के बयान पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया। राहुल गांधी ने लिखा ‘आरएसएस के प्रधानमंत्री’ भारत माता से झूठ बोलते हैं। राहुल गांधी ने असम में डिटेंशन सेंटर होने से संबंधित खबर को शेयर किया और लिखा कि ‘आरएसएस के प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलते हैं।” इस ट्वीट के बाद भाजपा की ओर से भी जमकर राहुल गांधी पर हमले किए जा रहे हैं। भाजपा के तममा बड़े नेता राहुल गांधी के इस बयान पर उन्हें निशाने पर ले रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की आईटी सेल के इंचार्ज अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर पलटवार किया है। अमित मालवीय ने लिखा- राहुल गांधी, 2011 में कांग्रेस सरकार द्वारा जारी इस प्रेस रिलीज को देखा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि असम में 362 अवैध प्रवासियों को डिटेंशन कैंप में भेजा गया। उन्होंने आगे कहा कि ‘क्योंकि भारत ने आपको बार-बार खारिज किया है, तो क्या आप अपनी नफरत और भय की राजनीति से इसे नष्ट करने पर तुले हुए हैं?’ भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि असम में डिटेंशन कैंप कांग्रेस के बनवाए हुए हैं न कि भाजपा ने बनवाएं। प्रधानमंत्री का अपमान करना राहुल गांधी के लिए उचित नहीं है। भारतीय राजनीति की यह भाषा नहीं है। उन्हें इस पर माफी मांगनी चाहिए।