मेरठ। कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कानून सीएए के खिलाफ सोमवार को राजघाट पर प्रदर्शन सत्याग्रह के माध्यम से किया गया। आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका वाड्रा मेरठ पहुंचे। दोनों वहां प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मिलना चाहते थे। हालांकि कानून व्यवस्था की बात कह कर यूपी पुलिस ने दोनों को वहां जाने से पहले ही रोक दिया। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को परतापुर से ही पुलिस ने बैरंग लौटा दिया। बता दें कि यूपी पुलिस ने मेरठ में कांग्रेस के केवल तीन लोगों को भी जाने की इजाजत नहीं दी। राहुल और प्रियंका के आने की सूचना पर अचानक शहर के लिसाड़ीगेट क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगा दिया गया। यूपी पुलिस ने दिल्ली-मेरठ हाइवे स्थित परतापुर थाने के पास ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनके साथ प्रियंका गांधी वाड्रा को रोक दिया गया। दोनों ने कहा कि हम लिसाड़ी गेट में उन 5 लोगों के घर जाना चाह रहे हैं जिनके बच्चे इस इस बवाल में मरे हैं। लेकिन दोनों को पुलिस ने वापस रवाना कर दिया है। राहुल गांधी ने कहा कि हमें कोई आर्डर की कॉपी नही दिखाई गई और वापस भेजा रहा है। दिल्ली से मेरठ पहुंचे प्रियंका गांधी के काफिले को रोकने के लिए परतापुर के मोहद्दीनपुर चौकी के सामने पहले से ही भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।