आज समाज डिजिटल, अंबाला:
Rahul Bajaj Awards: राजस्थान में जन्में राहुल बजाज को पुरस्कृत करने वालों में शायद ही कोई प्रतिष्ठित संस्थान बचा हो। भारत की धड़कन के नाम से 80 और 90 के दशक में मशहूर चेतक स्कूटर बनाने वाली बजाज समूह के अध्यक्ष रहे चुके हैं। राहुल बजाज का नाम भारत के सबसे सफल उद्योगपतियों में लिया जाता है। वे उस बजाज समूह के अध्यक्ष हैं जो कभी भारत की धड़कन रहे चेतक स्कूटर बनाता था।
बजाज चेतक पर थी 10 साल की वेटिंग Rahul Bajaj Awards
उस समय चेतक को पाने के लिए 10 साल का इंतजार करना पड़ता था। राहुल बजाज वो बिजनेसमैन हैं, जिन्होंने उदारीकरण का विरोध किया था। उन्हें आईआईटी रुड़की सहित सात विश्वविद्यालयों की ओर से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। राजस्थान में सीकर जिले के काशीकाबास से संबंध रखने वाले राहुल का 10 जून को बर्थडे है।
देश विदेश में विख्यात है उनकी कंपनी Rahul Bajaj Awards
राहुल के बजाज समूह को देश-विदेश में निर्मित उत्पादों और फाइनेंशियल सर्विसिज देने के लिए जाना जाता है। बजाज समूह का बिजनेस दुपहिया वाहन, घरेलू उपकरणों, इलेक्ट्रिक लैम्प, पवन ऊर्जा, विशेष मिश्र धातु और स्टेनलेस स्टील, फोर्जिंग, बुनियादी ढांचे के विकास, सामग्री हैंडलिंग उपकरणों, यात्रा, जनरल और जीवन बीमा और निवेश में वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है।
10 जून 1938 को हुआ था जन्म Rahul Bajaj Awards
राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को बंगाल प्रेसीडेंसी में हुआ था। बजाज व्यवसायिक घराने की नींव राहुल के दादा जमनालाल बजाज ने रखी थी। आने वाली पीढ़ियों ने बजाज घराने के बिजनेस को आगे बढ़ाया। राहुल ने कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से अर्थशास्त्र (आॅनर्स) डिग्री और बंबई विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली है और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए हैं।
राहुल बजाज इसलिए थे खास Rahul Bajaj Awards
वे एकमात्र एक्जीक्यूटिव हैं जो सीआईआई के दो बार अध्यक्ष रहे। सीआईआई देश की प्राइवेट पब्लिक सेक्टर की 5000 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है। वे इंटरनेशनल एडवायजरी कमेटी के सदस्य हैं। न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज उनकी एक्सपर्टाइज का फायदा उठाता है। भारतीय उद्योग जगत में अपनी भूमिका के लिए साल 2001 में उन्हें भारत सरकार द्वारा तीसरा सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म भूषण प्रदान किया।
ये उपलब्धियां भी उनके पास Rahul Bajaj Awards
साल 2006 में उन्हें महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुना गया। चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई और उन्हें एनसीपी, बीजेपी तथा शिवसेना से वोट मिले। फोर्ब्स की भारत के 40 सबसे धनाढ्य लोगों में वे देश के 20वें सबसे अमीर लोगों में शुमार रहे। नेशनल इंस्टीट्यूशन आॅफ क्येलिटी एस्योरेंस ने 1975 में राहुल बजाज को मैन आॅफ दी यार अवार्ड से सम्मानित किया। उन्होंने 1985 में बिजनेसमैन आॅफ ईयर अवार्ड से नवाजा गया।
यह रहा राहुल बजाज का करियर Rahul Bajaj Awards
राहुल ने 1965 में बजाज समूह की बागडोर संभाली। उनके कुशल नेतृत्व में कंपनी ने लाइसेंस-राज जैसे कठिन समय में भी सफलता के नई बुलंदियों को छुआ। सन 1980 के दशक में बजाज दो पहिया स्कूटरों का शीर्ष निमार्ता था। समूह के चेतक ब्रांड स्कूटर की मांग इतनी ज्यादा थी की इसके लिए 10 साल तक का वेटिंग-पीरियड था। राहुल कई कंपनियों के बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। बजाज ग्रुप में बजाज आॅटो की अग्रणी कंपनी सहित 36 कंपनियां हैं। दुनिया की टू व्हीलर और थ्री व्हीलर निर्माता कंपनियों में बजाज आॅटो चौथी सबसे बड़ी कंपनी है।
इन पुरस्कारों से भी हुए थे सम्मानित Rahul Bajaj Awards
आर्थिक और व्यापार के क्षेत्र में उनके बहुमूल्य योगदान को देखते हुए, राहुल को अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। साल 2001 में भारत सरकार की ओर से पद्म भूषण प्रदान किया। हार्वर्ड बिजनेस स्कूल द्वारा अलुमिनी (पूर्व छात्रों) अचीवमेंट पुरस्कार प्राप्त हुआ। फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति द्वारा नाइट इन द आर्डर आफ द लीजन आफ आनर नियुक्त किया गया। भारत सरकार ने राहुल बजाज को 1975 से लेकर 1977 तक आॅटोमोबाइल और संबद्ध उद्योगों के विकास परिषद का अध्यक्ष बनाया
इन सम्मानों से भी थे सम्मानित Rahul Bajaj Awards
साल 1975 में उन्हें राष्ट्रीय गुणवत्ता एश्योरेंस संस्थान की ओर से मैन आॅफ द ईयर के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सन 1990 में प्रबंधन के क्षेत्र में सबसे विशिष्ट सेवाओं के लिए उन्हें बॉम्बे मैनेजमेंट एसोसिएशन पुरस्कार प्राप्त किया। प्रिंस आॅफ वेल्स ने उन्हें प्रिंस आॅफ वेल्स इंटरनेशनल बिजनेस लीडर्स फोरम का सदस्य फरवरी 1992 में बनाया। लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट ने सन 2000 में श्री बजाज को तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया।
ये उपलब्धियां भी हैं उनके खाते में Rahul Bajaj Awards
सन 1979-1980 से लेकर सन 1999-2000 तक राहुल भारतीय उद्योग परिसंघ (उकक) के अध्यक्ष रहे। वे सोसाइटी आफ इंडियन इंडियन आटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) और महरत्ता चैंबर आफ कॉमर्स के अध्यक्ष रहे। इसके साथ-साथ राहुल आटोमोबाइल और संबद्ध उद्योगों के विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे। उन्हें सन 1986 से लेकर 1989 तक भारत सरकार द्वारा इंडियन एयरलाइंस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
भारत के राष्ट्रपति ने बनाया था अध्यक्ष Rahul Bajaj Awards
भारत के राष्ट्रपति ने उनको 2003 से लेकर 2006 तक इंडियन इंस्टिट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी बॉम्बे के बोर्ड आॅफ गवर्नर्स का अध्यक्ष बनाया। वे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार परिषद जिनेवा के आर्थिक मंच के पूर्व अध्यक्ष और सदस्य हैं और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल की वैश्विक सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं। राहुल ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन, वाशिंगटन डीसी, के अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के एक सदस्य है और इंडियन स्कूल आॅफ बिजनेस के कार्यकारी बोर्ड के एक सदस्य भी हैं।
विकास में राहुल का योगदान अतुलनीय Rahul Bajaj Awards
बजाज समूह के कॉपोर्रेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी के तहत भी राहुल बजाज का बहुत बड़ा योगदान है। इसके अंतर्गत जमनालाल बजाज फाउंडेशन और शिक्षा मंडल और अनेक सामाजिक संगठन जैसे भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट और रूबी हॉल क्लिनिक (पुणे में एक बड़े अस्पताल) जैसे संगठनों को चलाया जाता है।
ऐसा था क्रेज बजाज स्कूटर का क्रेज Rahul Bajaj Awards
हमारा कल हमारा आज, बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर। अस्सी के दशक का ये विज्ञापन उस समय के हिंदुस्तान की जीती-जागती तस्वीर पेश करता है। एक समय ऐसा था जब अस्सी और नब्बे के दशक में मध्यम वर्ग के घरों में स्कूटर को ही शान की सवारी समझा जाता था। दशकों तक स्कूटर भारतीय मध्यम वर्ग का बड़ा सपना रहा है। इन्हीं सपनों को संजोते टीवी पर बजाज आॅटो के हमारा बजाज वाले विज्ञापन हजारों लोगों के दिल को छू गए थे। किसी घर में जब बजाज चेतक आता था तो उसे देखने और टेस्ट ड्राइव करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ती थी।
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