Rafale aircraft reached Ambala air base, welcomed by water salute: अंबाला एयर बेस पहुंचा राफेल विमान, वाटर कैनन सैल्यूट से हुआ स्वागत

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चीन के साथ भारत का सीमा विवाद चल रहा है। इस बीच भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ने जा रही है। पांच राफेल भारत की धरती को स्पर्श करेंगे। फ्रांस के राफेल विमानों की लैंडिंग अंबाला में दोपहल तक होनी है। वायुसेना प्रमुख आर.के.एस. भदौरिया भी अंबाला एयरबेस पर मौजूद रहेंगे। पांच राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर तैनात किए जाएंगे। वायुसेना प्रमुख की मौजूदगी मेंये विमान वायुसेना का हिस्सा बनेंगे। राफेल विमानों के बारे में कहा जा रहा है कि यह किसी भी युद्ध का नजीता बदलने की शक्ति रखते हैं। राफेल में उन्नत हथियार, उच्च तकनीक सेंसर, लक्ष्य का पता लगाने और ट्रैकिंग के लिए बेहतर रडार और प्रभावशाली पेलोड ले जाने की क्षमता है। अंबाला में राफेल की लैंडिंग को देखते हुए धारा 144 लागू की गई है। राफेल 4.5वीं पीढ़ी का विमान है, जिसमें राडार से बच निकलने की युक्ति है। राफेल की अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा है और इसकी मारक क्षमता 3700 किमी. तक है। राफेल में बहुत ऊंचाई वाले एयरबेस से भी उड़ान भरने की क्षमता है। लेह जैसी जगहों और काफी ठंडे मौसम में भी लड़ाकू विमान तेजी से काम कर सकता है।

*रक्षा मंत्री नेट्वीट कर राफेल की दी बधाई
राफेल विमानोंने अंबाला में लैंडिंग कर ली। वायुसेना की ताकत को बढ़ाने वाले इस राफेल विमान के भारत आने पर रक्षामंत्री ने बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘बर्ड्स अंबाला में सुरक्षित उतर गए हैं। भारत में राफेल लड़ाकू विमानों का पहुंचना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरूआत है। ये मल्टीरोल वाले विमान वायुसेना की क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे। मैं एक भारतीय वायुसेना को बधाई देता हूं। झे यकीन है कि 17 गोल्डन एरोज स्क्वाड्रन, ‘उदयम आश्रम’ के अपने आदर्श वाक्य को जारी रखेंगे। मुझे बेहद खुशी है कि भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता को समय पर बढ़ावा मिला।