Quality Testing Laboratory: निगम ने स्थापित की खुद की गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला

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Quality Testing Laboratory

प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर:

Quality Testing Laboratory: शहर में किए जाने वाले विकास कार्यों में इस्तेमाल की जा रही निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए अब कुरुक्षेत्र व दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। न ही निर्माण सामग्री की जांच रिपोर्ट के लिए दो माह तक इंतजार करना पड़ेगा। इसके लिए नगर निगम ने जगाधरी निगम कार्यालय में अपनी खुद की क्वालिटी कंट्रोल लैब (गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला) स्थापित की है।

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निगम आयुक्त ने किया उद्घाटन Quality Testing Laboratory

प्रयोगशाला का नगर निगम आयुक्त अजय सिंह तोमर ने मशीन का बटन दबाकर उद्घाटन किया। इस दौरान आयुक्त अजय सिंह तोमर ने अपने सामने निर्माण सामग्री के कुछ नमूनों की जांच करवाई। इससे पूर्व कार्यकारी अभियंता एलसी चौहान, कार्यकारी अभियंता रवि ओबरॉय, लैब इंचार्ज एवं निगम अभियंता वरूण शर्मा ने आयुक्त अजय सिंह तोमर को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

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निर्माण कार्य में लगी सामग्री चेक होगी Quality Testing Laboratory

निगमायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि नगर निगम द्वारा हमने अपनी क्वालिटी कंट्रोल लैब स्थापित की है। इसमें हम शहर के विकास कार्यों में इस्तेमाल होने वाली निर्माण सामग्री जैसे कंक्रीट, बिटुमिन (तारकोल) व टाइलें की जांच कर सकेंगे। यह हमारा बहुत ही सराहनीय कदम है।

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आयुक्त ने बताया कि कई बार शहर में हो रहे विकास कार्य में इस्तेमाल की जा रही सामग्री की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत आती थी। सामग्री की जांच के लिए पहले हमारे पास कोई क्वालिटी कंट्रोल लैब नहीं थी। हमने निर्माण सामग्री के नमूनों को जांच के लिए दिल्ली या कुरुक्षेत्र स्थित श्रीराम लैब में भेजना होता था। जिसकी रिपोर्ट डेढ़ से दो माह में आती थी।

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विकास कार्यों में आएगी तेजी Quality Testing Laboratory

शहर में किए जा रहे किसी भी विकास कार्य में इस्तेमाल की जा रही सामग्री की गुणवत्ता खराब होने की शिकायत आने के बाद पहले उस कार्य को रोक दिया जाता था। उस कार्य में इस्तेमाल की जा रही सामग्री का नमूना लेकर उसकी जांच के लिए प्राइवेट टेस्टिंग लैब में भेजा जाता था। जिसकी रिपोर्ट लगभग दो माह बाद आती थी। तब तक वह कार्य रुका रहता था।

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