आज समाज डिजिटल, चंडीगढ़:
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अंतरराज्यीय बासमती मूवमेंट पोर्टल जारी किया जिससे अन्य राज्यों से धान-परमल की आमद को रोका जा सके जिससे राज्य भर में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद कार्यों को नुकसान पहुंचा रहा है। इस कदम का मकसद राज्य में बासमती की निर्विघ्न आवाजाही की अनुमति देना और बासमती शैलर वालों की पेश मुश्किलों को दूर करना है। इसके अलावा इस पोर्टल का मनोरथ असली ट्रक आॅपरेटरों के रोजाना कामकाज बिना प्रभावित किए बासमती ट्रकों की जी.पी.एस के द्वारा निगरानी रखना है।
जीपीएस आधारित आवाजाही पर रहेगी नजर
इस पोर्टल पर राज्य में बासमती ट्रकों की जीपीएस आधारित आवाजाही देखी जा सकेगी। रूट से हट जाने की रियल टाईम मोनिटरिंग आसानी से की जा सकेगी और पोर्टल/ऐप पर यह जानकारी विलक्षण लॉग इन आईडी /पासवर्ड के द्वारा देखी जा सकेगी। अधिकारी मुहैया करवाए गए इस विशेष लॉगइन आईडी के साथ मिलों की जांच /निगरानी कर सकेंगे।
शैलर संचालकों और आढ़तियों की भूमिका अहम
राज्य भर के शैलर और आढ़ती एसो. के नुमायंदों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य होने के कारण शैलर मालिकों और आढ़तियों की भूमिका बहुत अहम है क्योंकि वह कृषि से नजदीकी से जुड़े हुए हैं। शैलर मालिकों और आढ़तियों को सरकार की तरफ से पूर्ण समर्थन और सहयोग का भरोसा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको उपज को बाजार में लाने से पहले नमी की निर्धारित सीमा की जांच और निर्धारित मापदण्डों की सख़्ती से पालना यकीनी बनानी चाहिए।