सिद्धू मूसेवाला: गुरु जैसी कामयाबी और अंत भी वैसा

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Tupac Shakur the Mentor of Sidhu Muse Wala
Tupac Shakur the Mentor of Sidhu Muse Wala

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इसे नियति कहना भी पर्याप्त नहीं होगा। इसे दुर्भाग्य या विडंबना भी कहा जा सकता है कि बचपन से ही सिद्धू मूसेवाला जिसे गुरु मानकर बड़ा हुआ। जिस गुरु को देखकर या सुनकर गायकी का हुनर पैदा हुआ। मूसेवाला को ठीक वैसी ही कामयाबी तो मिली ही बल्कि मौत भी उसी शख्स के जैसी थी।

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सिद्धू में ऐसे जागा गाने का जज्बा

शुरू से ही सिद्धू का मन पढ़ाई से ज्यादा संगीत में लगता था। पंजाबी स्टीरियोटाइप को तोड़ते हुए वे स्कूल के दिनों में ही अंग्रेजी रैप और हिपहॉप म्यूजिक के नजदीक आ गए थे। इसी दौरान अमेरिकी रैपर टुपैक शकुर के गानों ने सिद्धू पर गहरी छाप छोड़ी। ये बात सिद्धू की आदत में शुमार हो गई कि वह टुपैक के गाने सुनते और उनका मतलब समझने की कोशिश करते। धीरे-धीरे सिद्धू ने टुपैक के स्टाइल को कॉपी करना शुरू कर दिया और पंजाबी में अपने गाने कंपोज करने लगे।

दुनिया के बेस्ट रैपर थे टुपैक शकुर?

Tupac Shakur the Mentor of Sidhu Muse Wala
Tupac Shakur the Mentor of Sidhu Muse Wala

टुपैक का नाम दुनिया के बेस्ट रैपर में गिना जाता है। उनके गानों में सामाजिक मुद्दों की झलक भी देखने को मिलती है। उनके सो मैनी टियर्स, कैलिफोर्निया लव और 2 आॅफ अमेरिकाज मोस्ट वॉन्टेड जैसे कुछ गानें बहुत फेमस हैं। आप यह जानकर हैरान होंगे कि टुपैक की मौत भी बिल्कुल सिद्धू मूसेवाला की तरह ही हुई थी।

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ऐसी ही थी टुपैक की मौत

टुपैक शकुर और सिद्धू मूसेवाला की सिंगिंग और सक्सेस लाइफ जितनी मेल खाती हैं, दोनों की मौत भी उतनी ही दर्दनाक तरीके से हुई। 7 सितंबर 1996 को लॉस एंजिलिस में एक अज्ञात हमलावर ने कार में बैठे टुपैक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। टुपैक सिर्फ 25 साल के थे। इस घटना के लगभग 25 साल बाद पंजाब के मानसा जिले में भी बिल्कुल ऐसी ही एक घटना को अंजाम दिया गया है। जहां हमलावरों के निशाने पर सिद्धू मूसेवाला थे।

सिद्धू का आखिरी सॉन्ग वायरल

सिद्धू की मौत के बाद उनका आखिरी गाना ‘द लास्ट राइड’ बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। इस गाने को सुनकर लगता था कि जैसे सिद्धू अपनी किस्मत के बारे में पहले से जानते थे। दरअसल गाने में सिद्धू ने अपने जवानी में मर जाने का जिक्र किया है। गाने में सिद्धू कहते हैं- ‘ऐदा उठूगा जवानी विच जनाजा मिठिए’ यानी ‘जवानी में ही जनाजा उठेगा।’ सिद्धू के इन ‘आखिरी लफ्जों’ को सुनकर उनके फैंस की आंखें आज नम हैं।

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