आज समाज डिजिटल, Punjab News: पंजाब की भगवंत मान सरकार ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने मंत्री को बर्खास्त कर दिया। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. विजय सिंगला के खिलाफ भ्रष्टाचार में लिप्त होने के पुख्ता सुबूत मिले थे। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने विजय सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला को कैबिनेट से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि उन पर रिश्वत के आरोप लगे हैं।
60 हजार वोटों से हराया था मूसेवाला को
इस बार के पंजाब विधानसभा चुनाव में डा. विजय सिंगला ने मानसा से प्रसिद्ध गायक और कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला को 60,000 से अधिक वोटों से हराया था। डा। विजय सिंगला ने ठेके के आवंटन में कॉन्ट्रैक्टर से 1% कमीशन की मांग रखी थी। उनके खिलाफ पक्के सुबूत मिलने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का फैसला लिया। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने मुझे कहा था कि मैं एक पैसे की रिश्तखोरी, बेईमानी बर्दाश्त न करूं। मैंने उन्हें वचन दिया था ऐसा नहीं होगा। हम आंदोलन से निकले हुए लोग हैं, और वह आंदोलन भ्रष्टाचार के खिलाफ था।
चाहता तो केस को दबा देता, लेकिन ये धोखा था
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आगे कहा कि मेरे ध्यान में एक केस आया। इस केस में मेरी सरकार का मंत्री शामिल था। एक ठेके में मेरी सरकार का मंत्री 1 फीसदी कमीशन मांग रहा था। इस केस का सिर्फ मुझे पता था। इस केस को दबाया जा सकता था। लेकिन ऐसा करना पंजाब की जनता के साथ धोखा होता। इसलिए मैं उस मंत्री के खिलाफ एक्शन ले रहा हूं। तुरंत एक्शन लिया जा रहा है। मंत्री का नाम विजय सिंगला है और उनके खिलाफ पुलिस को केस दर्ज करने का निर्देश दे दिया गया है।
डाक्टर से मंत्री पद तक पहुंचे सिंगला
डॉक्टर से मंत्री पद पर पहुंचे डॉ. विजय सिंगला ने अपनी बीडीएस की शिक्षा राजिंदरा मेडिकल कॉलेज पटियाला से पूरी की। उनके पिता केशोराम सिंगला गांव भुपाल कलां में एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते थे जो बाद में मानसा आकर रहने लगे। करीब 10 वर्ष पहले ही सिंगला आम आदमी पार्टी में शामिल हुए और इस बार उन्हें मानसा विधानसभा से आप ने टिकट दी। डॉ. सिंगला ने मानसा से कांग्रेस के प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला को 60 हजार से अधिक वोटों से हराया था।
केजरीवाला के बाद भगवंत ने दिखाई हिम्मत
देश के इतिहास में दूसरी बार एक मुख्यमंत्री ने सीधे अपने मंत्री पर कड़ी कार्रवाई की है। भगवंत मान ने कहा कि जनता ने बहुत उम्मीदों से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है, उस उम्मीद पर खरा उतरना हमारा कर्तव्य है। एक प्रतिशत भ्रष्टाचार भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मान ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने वचन लिया था कि भ्रष्टाचार के सिस्टम को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे, हम सब उनके सिपाही हैं।
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