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कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में वनमंत्री रहे साधु सिंह के मामले में विजिलेंस की पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। वन विभाग में पेड़ों की कटाई के लिए ऊपर से नीचे तक रिश्वत चार्ट बना था। रिश्वत लेने के लिए सभी के रेट निर्धारित थे।

ये था रिश्वत का रेट कार्ड

इस रेट कार्ड के अनुसार पूर्व मंत्री धर्मसोत को प्रति पेड़ 500 रुपये, वन मंडल अफसर को 200 रुपये, रेंज अफसर को 100 रुपये, ब्लाक अफसर 100 रुपये और फॉरेस्ट गार्ड 100 रुपये दिए जाने निर्धारित थे। विजिलेंस ने गिरफ्तार किए गए ठेकेदार हरमोहिंदर से एक डायरी बरामद की हे जिसे उसने बेसमेंट में छिपाकर रखा था। इस डायरी में पूरा हिसाब है कि उसने किस-किस को कितनी रिश्वत दी थी।

एक पूर्व मंत्री और आएगा पकड़ में

ठेकेदार ने कुबूल किया कि उसने 7 हजार पेड़ों की कटाई के बदले सालाना 70 लाख की रिश्वत दी। सितंबर 2021 में सीएम बदलने के बाद चन्नी सरकार में वन मंत्री बने संगत सिंह गिलजियां ने भी धर्मसोत का रास्ता अख्तियार कर ट्री गार्ड घोटाला किया था। उन्हें ट्री गार्ड खरीदने के मामले में 6।40 करोड़ की रिश्वत दी गई थी।

मामले में उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि वन मंत्री रहते साधु सिंह ने 11 संपत्तियां बनाई थी, अब उनके 3 बैंक खातों की जांच की जा रही है। साधु सिंह की मोहाली, रोपड़, लुधियाना, पटियाला, जीरकपुर, खरड़ और रूपनगर की संपत्तियों को ट्रेस किया जा रहा है।

विदेश भागने वाला था एक आरोपी

विजिलेंस ने धर्मसोत के लिए पैसा इकट्ठा करने वाले 2 पूर्व ओएसडी कमलजीत सिंह और चमकौर सिंह को भी गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी चमकौर सिंह बीते मंगलवार को आॅस्ट्रेलिया भागने वाला था, लेकिन ठेकेदार हरमोहिंदर ने इस बात का खुलासा पहले ही कर दिया जिसके बाद बाद उसे भागने से 24 घंटे पहले गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि विभागीय तबादलों के लिए भी रेट चार्ट तैयार किया गया था।

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