Punjab News:पार्टी की पूरी एससी विंग की शाखा अकाली दल अध्यक्ष के साथ डटकर खड़ी है

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पार्टी की पूरी एससी विंग की शाखा अकाली दल अध्यक्ष के साथ डटकर खड़ी है
पार्टी की पूरी एससी विंग की शाखा अकाली दल अध्यक्ष के साथ डटकर खड़ी है

पार्टी की पूरी एससी विंग की शाखा अकाली दल अध्यक्ष के साथ डटकर खड़ी है
चंडीगढ़ (आज समाज ) शिरोमणि अकाली दल की पूरी अनुसूचित जाति शाखा आज अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ एकजुट होकर डटकर खड़ी हो गई, एवं पार्टी के नेताओं ने घोषणा की कि एक •ाी अनुसूचित जाति नेता बागियों के साथ नही, पूरी विंग उनके साथ है। अनुसूचित जाति विंग के अध्यक्ष गुलजार सिंह रणीके,पूर्व मंत्री सोहन सिंह ठंडल और बंगा विधायक डा. सुखविंदर सुक्खी ने मीटिंग के बाद कहा कि आज अनुसूचित जाति विंग के स•ाी कार्यकर्ता इस मीटिंग में शामिल हुए और उन्होने सुखबीर सिंह बादल की अगुवाई में पूरा विश्वास प्रकट किया है।

उन्होने कहा कि आज राज्य में अनुसूचित जाति समुदाय के लिए जो •ाी सरकारी योजनाएं बनाई गई हैं, वे बादल सरकार द्वारा बनाई गई हैं, चाहे वह 200 यूनिट मुफ्त बिजली हो, छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना हो, शगुन योजना हो, गरीबों के लिए आटा-दाल योजना हो, यां अन्य योजनाएं जो अकाली सरकारों द्वारा ही लागू की गई हैं। नेताओं ने कहा कि पूरा एससी विंग पार्टी अध्यक्ष का समर्थन कर रहा है और कोई •ाी विद्रोही नेताओं के साथ नही गया है।

उन्होने कहा कि एससी विंग सुखबीर सिंह बादल के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है और उन्हे पूरा विश्वास है कि गरीबों,दलितों, किसानों और मजदूरों और समाज के अन्य वर्गों के अधिकारों की रक्षा करने वाली इस 120 साल पुरानी पार्टी का नेतृत्व करने में केवल वही सक्षम हैं। वरिष्ठ अकाली नेता डा.दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह देखकर बहुत हैरानी होती है कि बागी नेताओं ने श्री अकाल तख्त साहिब पर माथा टेककर अपनी गलतियों की माफी मांगन की घोषणा की थी, लेकिन श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचने से पहले वे खडूर साहिब निवासी नवनिर्वाचित सांसद अमृतपाल सिंह के परिवार से मिलने पहुंच गए।

उन्होने कहा कि इससे पता चलता है कि इन नेताओं के लिए राजनीति श्री अकाल तख्त साहिब से •ाी उपर है। उन्होने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचकर इन नेताओं ने चार सूत्रीय पत्र सौंपा तथा अपने जीवन काल में की गई एक •ाी गलती के लिए माफी मांगने में विफल रहे, जबकि इनमें से अधिकतर नेता सत्तर या साठ साल की उमर पार कर चुके हैं।