परनीत कौर ने कहा कि हालांकि पंजाब सरकार, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे शहीद सैनिकों के परिवारों के हर दुःख-सुख में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीदों की शहादत का कोई मूल्य नहीं चुकाया जा सकता लेकिन मुख्यमंत्री, जो खुद भारतीय सेना का हिस्सा रहे होने के कारण सैनिकों के दुःख-सुख को समझते हैं। इसलिए उन्होंने शहीदों के परिवारों को पहले दी जाने वाली मदद राशि को 10 लाख से बढ़ा कर 50 लाख रुपए की थी।
उन्होंने विश्वास दिलाया कि भविष्य में भी वह और मुख्यमंत्री शहीद मनदीप सिंह के परिवार के हर दुख-दर्द में उनके साथ रहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने शहीद की मां से व्यक्तिगत रूप से बात की थी और परिवार के साथ रहने का आश्वासन दिया था। उन्होंने उम्मीद जताई कि शहीद का बेटा अपने पिता के नक्शेकदम पर चलेगा क्योंकि शहीद मनदीप सिंह ने सिर में चोट लगने के बावजूद 23 जवानों की जान बचाई थी।
इस दौरान, शहीद की माँ शकुंतला कौर, पत्नी गुरदीप कौर, बेटे जोबनप्रीत सिंह ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, परनीत और पंजाब सरकार का विशेष धन्यवाद किया।
जबकि घनौर निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मदन लाल जलालपुर, जो परिवार की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, ने मुख्यमंत्री, लोकसभा सदस्य परनीत कौर और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल का धन्यवाद करते हुए कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और परनीत कौर ने जो कहा है, वह किया है। उन्होंने कहा कि गांव सील में शहीद का यादगारी स्मारक, श्मशानघाट, स्कूल और स्टेडियम, स्मारक गेट के लिए विशेष अनुदान खर्च किया जा रहा है।
इस अवसर पर मुख्य मंत्री के ओ.ऐस.डी. अमृतप्रताप सिंह हनी सेखों, ज़िला परिषद मेंबर गगनदीप सिंह जौली जलालपुर, कांग्रस ग्रामीण जिला अध्यक्ष गुरदीप सिंह ऊंटसर, सहायक आयुक्त नगर निगम फगवाड़ा रणबीर सिंह, एस.डी.एम. राजपुरा ख़ुशदिल सिंह, चेयरमैन ब्लॉक मार्केट कमेटी बलजीत सिंह गिल, वाइस चेयरमैन राम सिंह, लैंड मॉर्गेज बैंक के चेयरमैन हरविंदर कामी, सरपंच मनजीत सिंह चप्पड़, सरपंच लखवीर सिंह सील, ब्लॉक समिति चयरमैन घनौर जगदीप सिंह गिल, शंभू चेयरमैन अशर सिंह भेडवाल, बलराज सिंह नशेहरा सरपंच, रणधीर सिंह कामी, विजय नंदा, डीएसपी जसविंदर सिंह टीवाणा, एसएचओ गुरप्रीत सिंह समराओ और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
माता शकुन्तला कौर और पिता स्वर्गीय लछमन सिंह के पुत्र और गाँव सील का निवासी शहीद नायब सूबेदार मंदीप सिंह खरौड़ लेह-लद्दाख़ निमो में भारतीय फ़ौज की 3 आर्टलरी मिडीयम यूनिट में गन्नर इंस्टरक्टर (ए.आई.जी.) के रूप में अपनी तायनाती के समय गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ लड़ते हुए 15 जून की रात को शहादत का जाम पी गया था।