Himachal News : शिमला। पंजाब विधानसभा (Punjab Legislative Assembly) के अध्यक्ष (President) कुलतार सिंह संधवान (Kultar Singh Sandhwan) ने बुधवार को विधानसभा सचिवालय (Assembly Secretariat) पहुंचकर हिमाचल प्रदेश विधानसभा (Himachal Pradesh Legislative Assembly) के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया (Kuldeep Singh Pathania) से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर पंजाब विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के सभापति कुलवंत सिंह पंडोरी (Kulwant Singh Pandori), पंजाब विधानसभा की याचिका समिति के सभापति मंजीत सिंह बिलासपुर (Manjit Singh Bilaspur) तथा पूर्व विधायक अमरजीत सिंह संधवा (Amarjit Singh Sandhawa) भी मौजूद थे।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी अतिथियों का शाल व टोपी भेंटकर स्वागत किया। शिष्टाचार भेंट के दौरान पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने पंजाब विधानसभा की संसदीय प्रणाली व क्रिया कलापों की विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को जानकारी दी।
इस अवसर पर बैठक में मौजूद पंजाब विधानसभा की दोनों समितियों के सभापति ने पंजाब विधानसभा की समितियों की कार्यप्रणाली तथा आंतरिक प्रक्रिया के बारे भी पठानिया को अवगत करवाया। बैठक उपरांत पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान तथा दोनों समितियों के सभापति ने सदन को भी देखा।
इस अवसर पर सदन में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने उन्हें ई-विधान प्रणाली (E-Vidhan System) तथा कौंसिल चैम्बर (council chamber) के गौरवशाली इतिहास, हिमाचल प्रदेश विधानसभा की उच्च परम्पराओं तथा इसकी गरिमा के बारे जानकारी दी। कुलदीप पठानिया ने कहा कि कौंसिल चैम्बर का निर्माण वर्ष 1920 से 1925 के बीच राष्ट्रीय असैम्बली के लिए किया गया था।
विठ्ठलभाई पटेल राष्ट्रीय विधान मंडल के प्रथम अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे तथा महिलाओं को मत देने के अधिकार का प्रस्ताव भी यहीं पारित हुआ था। पठानिया ने कहा कि विधान मंडल का अपना स्वतंत्र सचिवालय हो इसकी व्यवस्था भी विठ्ठलभाई पटेल के द्वारा ही की गई थी। पठानिया ने कहा कि सदन में मौजूद बर्मा टीक से बने अध्यक्ष के आसन (कुर्सी) को वर्ष 1925 में बर्मा सरकार द्वारा तत्कालीन बर्तानिया सरकार को उपहार स्वरूप भेंट किया गया था।
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष ने कुलदीप पठानिया की भवन के रखरखाव के लिए भरपूर प्रशंसा की तथा ई-विधान प्रणाली की बधाई भी दी। उसके पश्चात दोनों विधान सभाओं के अध्यक्षों ने हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री (Chief Minister) सुखविन्दर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) से सचिवालय पहुंचकर शिष्टाचार भेंट की तथा उन्हें पंजाब विधानसभा की कार्यप्रणाली तथा क्रिया-कलापों की जानकारी दी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने दोनों अध्यक्षों को शाल व टोपी भेंटकर सम्मानित किया और हिमाचल तथा पंजाब राज्य के कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। इस अवसर पर पठानिया ने कहा कि पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश का गहरा नाता रहा है तथा 1 नवंबर, 1966 से पहले कांगड़ा और पहाड़ी क्षेत्र का काफी हिस्सा पंजाब में सम्मिलित था। Himachal News
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