नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल कल राज्यसभा में पास हो गया लेकिन इस बिल ने असम में अशांति मचा दी है। असम के हालात ज्यादा गंभीर और चिंताजनक हो गए हैं। प्रदर्शनकारी अब उग्र हो गए हैं। जगह-जगह आगजनी की घटनाएं हो रहीं हैं। यही नहीं प्रदर्शनकारियों ने असम के चबुआ में विधायक बिनोद हजारिका के आवास को जला दिया। वहीं, सर्किल कार्यालय में आग भी लगा दी। कैब को लेकर जारी विरोध के बीच असम में दस जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर लगाई गई रोक की अवधि को गुरुवार की दोपहर 12 बजे से 48 घंटे के लिए और बढ़ा दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) संजय कृष्णा ने ‘पीटीआई-भाषा को बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी।’ गुवाहाटी में बड़ी संख्या में लोग कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतरे और पुलिस को गोलीबारी करनी पड़ी। नागरिकता संशोधन विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी – हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।