आज को पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में प्रदर्शन

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प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर।
पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध में 8 जुलाई वीरवार को सुबह 9 बजे  यमुनानगर नई अनाज मंडी के सामने सड़क पर प्रदर्शन किया जाएगा ।संयुक्त किसान मोर्चा की जिला स्तरीय बैठक में मौजूद जरनैल सिंह सांगवान ,संजू  गंदियाना ,धर्मपाल सिंह चौहान, सुभाष गुर्जर, गुरबीर सिंह, महिपाल चमरौडी  ने बैठक के बाद प्रेस को जानकारी देते हुए बताया की 8 जुलाई को किसान- मजदूर अपने -अपने स्कूटर मोटरसाइकिल ट्रैक्टर ट्रक, अन्य वाहनों और खाली रसोई गैस सिलेंडर के साथ यातायात में बाधा डाले बिना सड़क के किनारे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भारत के इतिहास में मोदी सरकार जैसी क्रूर सरकार कभी नहीं रही।  बेरोजगारी की भारी समस्या के साथ अर्थव्यवस्था पहले से ही मंदी में है। पहले लॉकडाउन में 12 करोड़ से ज्यादा कामगारों की नौकरी चली गई थी ।अप्रैल और मई के महीनों में 2 करोड के लगभग लोगों की नौकरी चली गई।  ऐसे समय में सरकार ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी करने की नीति से संचालित आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ाकर लोगों को लूटने का विकल्प चुना है। जनवरी 2021 के बाद से पेट्रोल डीजल रसोई गैस की कीमतें बढ़ाकर जनता को बेहाल कर दिया है। कृषि उत्पादन के लिए लागत में वृद्धि के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसान विशेष रूप से पंपसेट ट्रैक्टर आदि के लिए आवश्यक डीजल की बढ़ती लागत से बुरी तरह प्रभावित हैं। पेट्रोलियम उत्पादों- पेट्रोल डीजल और रसोई गैस पर शुल्क बढ़ाने में मोदी सरकार की सीधी कार्रवाई के कारण कीमतें ऊपर की ओर बढ़ी हैं ।भारत में पेट्रोल ?100 प्रति लीटर से ऊपर और डीजल नब्बे पर पहुंच गया है। जबकि पड़ोसी देशों में कीमतें कम है। देश के किसान और मजदूर लगातार 7 महीने से आंदोलन पर हैं लेकिन मोदी सरकार बात सुनने के बजाय किसानों को दोषी ठहरा रही है ।संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि तीनों काले कृषि कानून वापस लेकर एमएसपी पर सभी फसलें खरीदने का गारंटी कानून बनाया जाए और पेट्रोल डीजल रसोई गैस वगैरह की कीमतें कम की जाए।सभी किसानों  मजदूरों  नौजवानों  दुकानदारों महिलाओं छात्रों से अपील है कि देश बचाने के लिए 8 जुलाई को अनाज मंडी जगाधरी के सामने प्रदर्शन में बढ़ चढ़  कर भाग ले।