नई दिल्ली। सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पास हुआ। अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाना है। लेकिन इस विधेयक के पास होते ही इसका विरोध तेज हो गया है। खास तौर पर नार्थ इस्ट में इसका विरोध तेज हुआ। कई छात्र संगठन इस बिल के विरोध में सड़क पर आ गए हैं। मंगलवार को गुवाहाटी में 12 घंटे का बंद बुलाया गया। सड़क पर कई स्थानों पर लोगों ने प्रदर्शन किया। गुवाहाटी में आॅल असम स्टूडेंट्स यूनियन के नेतृत्व में मशाल जुलूस निकाला गया। गुवाहाटी में जगह-जगह पर स्टूडेंटस टायरों को जलाते दिखे।
कई स्थानों पर आगजनी की इस तरह की घटनाएं हुर्इं। हजारों की संख्या में प्रदर्शन करने आए छात्रों ने पारंपरिक ढोल बजाकर भी इस बिल का विरोध किया। बता दें कि असम के 90 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्रों पर यह बिल लागू होगा। छात्रों का कहना था कि यह बिल असम के लिए सही नहीं है। असम के गुवाहाटी में प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके। स्थानीय लोग बिल को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस बिल का विरोध करने के लिए लेफ्ट पार्टी के नेता मंगलवार को संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास खड़े हो गए। उन्होंने यहां तख्तियां भी ली थी जिस पर लिखा था कि धर्म के आधार पर भेदभाव बंद करो।