गगन बावा, गुरदासपुर:
हर वर्ष राखी के त्योहार पर स्कूलों व कालेजों की छात्राएं सरहद पर तैनात हमारे बीएसएफ के जवानों को राखी बांधकर उनका मनोबल बढ़ाती हैं। मगर सीमा सुरक्षा बल की महिला सैनिक जो अपने भाईयों से कोसों दूर सीमा पर तैनात होकर तनदेही से अपनी डयूटी निभा रहीं हैं, इस पावन त्योहार के अवसर पर किसी का भी ध्यान इनकी ओर नहीं जाता। मगर शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्य पिछले 8 वर्षों से जब भी राखी का त्योहार आता है, तो सरहद पर जाकर महिला सैनिकों से राखी बंधवा उनका मनोबल बढ़ाते हैं। इसी कड़ी में आज भारत-पाक सीमा की जीरो लाइन पर स्थित बीएसएफ की 10 बटालियन शिकार माछियां की डेरा बाबा नानक बीओपी टाऊन पोस्ट पर जाकर जब महिला सैनिकों से राखी बंधवाई तो उनकी सूनी व नम आंखों में कर्तव्यपरायणता व देश भक्ति की चमक साफ देखने को मिली, वहीं राखी के इस पवित्र त्योहार पर कोसों दूर बैठे इनके भाईयों की याद परिषद के सदस्यों की कलाई पर राखी बांधकर ताज उठी।
बीएसएफ की महिला कांस्टेबल अल्पना तिवारी, प्रभजोत कौर, जसविंदर कौर,हरप्रीत कौर ने जब परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की की कलाई पर राखी बांधी तो उसकी आंखो बरबस छलक उठीं। उन्होंने नम आंखों से बताया कि वह पिछले कई समय से अपने भाईयों को राखी बांधने नहीं जा सकीं, क्योंकि जब भी कोई त्योहार आता है तो इनकी डयूटी और भी सख्त हो जाती है, मगर उन्हें फिर भी इस बात का गर्व है कि उनके लिए देश सेवा सर्वोपरि है तथा उनकी बदौलत ही लाखों बहनें सुरक्षित राखी मना पाती हैं। मगर आज परिषद के सदस्यों की कलाई पर राखी बांध उन्हें अजीब सुकून व भाई-बहन के रिश्तों की गरमाहट महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी वर्षों की नौकरी के दौरान यह प्रथम अवसर है कि हमसे सरहद पर आकर अनदेखे भाईयों ने राखी बंधवाई है। रक्षा बंधन पर यह हमारे के लिए बहुमूल्य उपहार है।
परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की ने कहा कि हमारी सीमा प्रहरी बनें राखी के दिन भी अपने भाईयों से कोसों दूर रहकर भी अपनी डयूटी पूरी कर्तव्यपरायणता से निभाती हैं। इस लिए इस त्योहार पर इनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने इस पोस्ट पर पहुंच कर देश की इन सीमा प्रहरी बहनों से राखी बंधवा उनके भाईयों की याद ताजा करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर तैनात हमारे जवानों का मनोबल बहुत ऊंचा है।
इनके रहते कोई भी दुश्मन इस देश की एकता व अखंडता को भंग करने की हिम्मत नहीं कर सकता बीएसएफ की दस बटालियन के कमांडर कुलवंत कुमार ने परिषद के सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के भावनात्मक कार्यक्रम सीमा पर तैनात हमारे जवानों का मनोबल बढ़ाते हैं, राखी जैसे पावन त्योहार पर जब परिषद जैसी संस्थाओं का स्नेह हमारे जवानों को मिलता है शभक्ति के जज्बे से लवरेज व दुगने जोश के साथ अपनी डयूटी निभाते हैं। उन्होंने कहा कि परिषद के साथ आए वो शहीदों के परिजनों को नमन करते हैं।
उनके आने से हमारी पोस्ट पवित्र हो गई है। उन्होने कहा कि जब तक सीमा सुरक्षा बल है, इस देश की सरहद को कोई भी दुश्मन छू नहीं सकता। इस मौके पर कमांडेंट द्वारा परिषद के महासचिव कुंवर रविंदर सिंह विक्की को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर टूआईसी कुलदीप कुमार, डिप्टी कमांडेंट आरएस यादव, डिप्टी कमांडेंट संजीव कुमार, शहीद सिपाही जतिंदर कुमार के पिता राजेश कुमार, भाई परवेश कुमार व दिनेश कुमार, शहीद नायक राजिंदर सिंह की माता पलविंदर कौर व पत्नी रणजीत कौर, समाज सेवक इन्द्र्जीत सिंह बजवा,लोक सरहदी समिति बटाला के प्रधान कमल किशोर आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर शहीद नायक राजिंदर सिंह की पत्नी रणजीत कौर ने जब जवानों की कलाई पर राखी बांध उनका मनोबल बढ़ाया तो उनकी आंखें बर्बस ही छलक उठीं। वहीं बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों ने उन्हें यह भरोसा दिलाया कि इस दुख की घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं।