Program on World Water Day : हरियाणा सरकार प्रदेश में रहने वाले हर निवासी के नल से शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। जल पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं के जीवन का आधार है। इसलिए इसका संरक्षण करना अत्यंत आवश्यक है। हर व्यक्ति को अपने जीवन में जल अनुशासन के कुछ नियम बनाने चाहिए। यह बात ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कही। वह विश्व जल दिवस पर स्थानीय गुरु रविदास सरोवर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे।
नहर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति
डॉ चौहान ने बताया कि असंध निर्वाचन क्षेत्र में 87 गांव और एक कस्बा है। यहां 204 नलकूपों पर आधारित जल कार्यों एवं असंध शहर में नहर के माध्यम से पेयजल की आपूर्ति की जाती है। क्लस्टर में पानी आपूर्ति की स्थिति 55/70 से बढ़ाकर 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन करने का कार्य जारी है जिसकी अनुमानित लागत 865.30 लाख रुपया है। इन कार्यों पर अब तक 179.46 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि असंध निर्वाचन क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के तहत 77 कार्य प्रगति पर है जिनकी लागत 1587.16 लाख रुपया है। इन पर अब तक 835.26 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
पहली बार विश्व जल दिवस का आयोजन
डॉ. चौहान ने कहा कि जल का संरक्षण पूरी मानव जाति के अस्तित्व के लिए बहुत जरूरी है। इसके महत्व को देखते हुए ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो आयोजित अपने अधिवेशन के दौरान 22 मार्च को हर वर्ष विश्व जल दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके बाद वर्ष 1993 में पहली बार विश्व जल दिवस का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि विश्व के करीब 1.5 अरब लोगों को पीने का शुद्ध पानी नहीं मिल पाता।
जल जनित रोगों से 22 लाख लोगों की मौत
डॉ. चौहान ने कहा कि जल संरक्षण के मामले में हमें इजरायल से सीख लेनी चाहिए। इजराइल में सालाना औसतन 10 सेंटीमीटर की वर्षा होती है। इतनी वर्षा में ही वह इतना अनाज उत्पादन कर लेता है जिससे वह अनाज का निर्यात भी करता है। दूसरी तरफ भारत में सालाना औसतन 50 सेंटीमीटर से भी ज्यादा वर्षा होती है, फिर भी यहां अनाज की कमी बनी रहती है। जल जनित रोगों से विश्व में हर वर्ष करीब 22 लाख लोगों की मौत होती है।
युवाओं के लिए सरदार भगत सिंह प्रेरणा के स्रोत
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने शहीद ए आजम भगत सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि सभी राष्ट्रभक्त युवाओं के लिए सरदार भगत सिंह प्रेरणा के स्रोत हैं। देशभक्ति उनके अंदर कूट-कूट कर भरी थी। मात्र 24 वर्ष की उम्र में उन्होंने देश की खातिर अपने प्राणों की कुर्बानी दे दी। दिसंबर 1928 में अपने क्रांतिकारी साथी शिवराम राजगुरु के साथ मिलकर उन्होंने लाहौर में ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सैंडर्स की गोली मारकर हत्या कर दी थी और हंसते हंसते फांसी पर झूल गए।
इस कार्यक्रम में मौजूद रहे
इस कार्यक्रम में सतीश मदान, संजय भोला, राजपाल भोला, सलिंदर मदान, खुशी राम, कर्मबीर भोला, उग्र जैन, सुलतान जांगडा, गौरव धानिया, दपेश, सलिंदर भोला, किताबो देवी, करेशनी देवी, अंगूरी देवी, रमेश बाला, गंगा देवी, रोशीन देवी, शीला, सरोज देवी, रविंद्र जैन और सचिन प्रजापति आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम के संयोजक सुनील दास थे।