आज समाज डिजिटल, कपूरथला:
सिख धर्म के प्रथम गुरु श्री गुरु नानक देव जी की बारात कल रविवार को सुल्तानपुर लोधी से धूमधाम व शाही अंदाज में निकलेगी। गुरु साहिब की बारात में शामिल होने के लिए संगत में उत्साह है। शहर का हर गुरुद्वारा विशेष रूप से सजा हुआ है। कल बारात की अगुवाई पांच प्यारें करेंगे और हजारों की संख्या में श्रद्धालु बारात का हिस्सा होंगे। बारात में संग बैंड बाजे के साथ सैकड़ों वाहन भी शामिल होंगे। श्री गुरु नानक देव जी के विवाह पर्व संबंधी बारात रूपी नगर कीर्तन रविवार को गुरुद्वारा श्री बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी से बटाला के लिए रवाना होगा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्र-छाया एवं पांच प्यारों की अगुवाई में बाबा नानक की बारात सरबत के भले की अरदास के बाद रवाना होगी।
गुरुद्वारा श्री बेर साहिब से रवाना होगा नगर कीर्तन:
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने जानकारी देते हुए बताया कि 12 सितंबर रविवार को को सुबह साढ़े छह बजे ढोल नगाड़ों के साथ गुरुद्वारा बेर साहिब से नगर कीर्तन रुपी बारात रवाना होगी। इसमें विशेष तौर पर एसजीपीसी प्रधान बीबी जागीर कौर, कमेटी सदस्य, गणमान्यों समेत हजारों की संख्या में संगत शामिल होगी। ज्ञात रहे कि प्रथम गुरु जी ने काफी लंबा समय सुल्तानपुर लोधी में व्यतीत किया। गुरु जी द्वारा अपना गृहस्थ जीवन भी सुल्तानपुर लोधी से ही शुरू हुआ।
माता सुलखनी से ही थी गुरु साहिब की शादी :
श्री गुरु नानक देव जी की शादी बटाला में माता सुलखनी जी से हुई थी। गुरु जी सुल्तान पुर लोधी से अपने निवास अस्थान से बरात लेकर बटाला गए थे, उसी दिन की महत्ता के मद्देनजर गुरु जी के विवाह पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
सुल्तानपुर लोधी का विशेष महत्व:
पाकिस्तान स्थित श्री ननकाणा साहिब एवं करतारपुर साहिब के बाद देश में सुल्तानपुर लोधी ही एक ऐसा शहर है, जिसका श्री गुरु नानक देव जी से बेहद लंबा व गहरा नाता रहा है। गुरु जी शादी के बाद वह डेढ़ दशक तक सुल्तानपुर लोधी में ही रहे। इसी शहर में गुरु जी के घर दो पुत्रों बाबा श्रीचंद व बाबा लक्ष्मी दास का जन्म हुआ।बेर साहिब सुल्तानपुर लोधी
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