शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों के लिए सौंपी अहम जिम्मेदारी
(आज समाज) हिसार: गांव कुलाना निवासी शिक्षाविद एवं साहित्यकार इंटरनेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग के चेयरमैन डॉ. संदीप सिंह को लीडरशिप इन एजुकेशन एकेडमी एंड डेवलपमेंट का नेशनल को-आॅर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। इस संबंध में डॉ. संदीप सिंह को फिलीपींस मुख्यालय से नियुक्ति पत्र मिला है। लीड के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष केन पॉल एम इस्पिनोसा ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों के लिए यह अहम जिम्मेदारी सौंपी है। इससे पहले नवंबर 2023 में डॉ. संदीप कुमार सिंह को शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में ही द यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल आॅगेर्नाइजेशन’ (यूनेस्को) हैडक्वाटर पेरिस में ग्लोबल टीचर अवॉर्ड-2023 से भी नवाजा जा चुका है।
यूनेस्को से ग्लोबल टीचर अवार्ड प्राप्त करने वाले पहले भारतीय बनने का गौरव भी डॉ.संदीप सिंह के ही नाम है। डॉ सिंह को परंबलुरु में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में उच्चतर शिक्षा में सराहनीय योगदान को देखते हुए यूनेस्को व यूएनओ से प्रमाणित संस्था अमेरिकन रिसर्च काउंसिल व यूरोपीय काउंसिल फॉर हायर एजुकेशन एंड एक्रीडिटेशन यूनाइटेड किंगडम से भी इंटरनेशनल अवॉर्ड मिल चुके हैं।
शिक्षकों के लिए बेहतर ट्रेनिंग की जरूरत : डॉ. संदीप
अपनी नियुक्ति के बाद डॉ. संदीप सिंह ने कहा कि भारत में शिक्षा की दिशा में अभी बहुत काम किया जाना है। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत सरकार ने शिक्षा में सुधारों के लिए नई शिक्षा नीति-2020 लागू की है, जो भविष्य में मिल का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 को प्राथमिक शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा तक लागू करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण व्यवस्था की जरूरत है। अभी तक की शिक्षा व्यवस्था में शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग की विशेष कमी रही है।
डॉ. संदीप सिंह ने कहा कि ट्रेनिंग की कमी के कारण ही शिक्षक विद्यार्थियों को सही मायने में शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। क्योंकि खुद शिक्षकों के पास ही ट्रेनिंग नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के हर शिक्षक को एक सैनिक की तरह हर तरह के प्रशिक्षण में पारंगत होना चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति से आसानी से निपटा जा सके।
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