रथ के पीछे लगा था आसाराम का बैनर, जवाब देने से बचते नजर आए अधिकारी
Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: हरियाणा के सभी जिलों में सरकार के निर्देश पर तीन दिवसीय गीता महोत्सव मनाया गया। इस दौरान फरीदाबाद में गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा में आसाराम का बैनर लगा एक रथ भी चल रहा था।
आसाराम का बैनर लगे इस रथ ने जिला प्रशासन की किरकरी करवा दी। मामला मीडिया में आने के बाद अधिकारी अपना बचाव करते नजर आए। इस सरकारी कार्यक्रम में किसने आसाराम का बैनर लगाने की अनुमति दी, इस बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है। ये रथयात्रा सेक्टर 17 से शुरू होकर मॉर्डन स्कूल, सेक्टर 17-14 डिवाइडिंग रोड, लक्ष्मी नारायण मंदिर, सेक्टर 14 मार्केट, गीता मंदिर, सेक्टर 15 मार्केट, टाउन पार्क सेक्टर 12 होते हुए सेक्टर 12 हुड्डा कंवेंशन सेंटर पर पहुंचकर समाप्त हुई।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजकुमार बोहरा ने की शोभा यात्रा की शुरुआत
बता दें कि फरीदाबाद के सेक्टर 12 हुड्डा कंवेंशन सेंटर में 9 दिसंबर से 11 दिसंबर तक 3 दिवसीय गीता महोत्सव मनाया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को सेक्टर 17 से दोपहर करीब पौने तीन बजे विभिन्न स्कूलों के बच्चों और कई झांकियों के साथ नगर शोभा यात्रा निकाली गई। इसकी शुरूआत भाजपा जिला अध्यक्ष राजकुमार बोहरा ने की। रथयात्रा में शामिल एक झांकी के रथ के पीछे सजायाफ्ता आसाराम का बैनर लगा हुआ था। रेप के अपराध में सजा काट रहे आसाराम का बैनर पर रथ पर लगाकर पूरा नगर घुमाया गया।
हटवा दिया गया बैनर: एसडीएम
नगर शोभा यात्रा की नोडल अधिकारी एसडीएम शिखा ने कहा कि शुरूआत में विवादित बैनर नहीं लगा था, ये कहीं बीच में आ गया होगा। जानकारी होने पर उसे हटवा दिया गया। हैरानी की बात ये है कि जब कोई शोभायात्रा निकल रही है तो उसमें बीच में कोई कैसे रथ लेकर आ जाएगा। जबकि शोभायात्रा की सुरक्षा में कई पुलिसकर्मी भी लगे थे। इसका जवाब अधिकारियों के पास भी नहीं है।
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