इशिका ठाकुर, करनाल:
सरकार का कहना है कि परिवार पहचान पत्र के जरिए सब कुछ पारदर्शी हो जाएगा, परिवार पहचान पत्र के जरिए ये पता चल जाएगा कि परिवार में कितने सदस्य हैं, किसकी आय कितनी है, किसको पेंशन मिलनी चाहिए , किसको पेंशन नहीं मिलनी चाहिए, सरकार की वो योजनाएं जो आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए हैं उसका लाभ किसको मिलेगा और किसको नहीं। परिवार पहचान पत्र के बन जाने से परिवार की पूरी पहचान एक ही पहचान पत्र के द्वारा प्राप्त हो सकेंगे इसके लिए लोगों को अलग-अलग सर्टिफिकेट के लिए अलग-अलग कार्यालय के धक्के नहीं खाने पड़ेंगे।
इसको लेकर लगातार सरकार सिस्टम में सुधार कर रही है और अब सरकार ने उन सभी लोगों के राशन कार्ड रद्द कर दिए हैं जिनकी आय एक लाख 80 हजार से अधिक है। प्रदेश सरकार ने राशन कार्ड को परिवार पहचान पत्र के साथ जोड़ने का निर्णय लिया है जिसके कारण कुछ लोगों के परिवार की आय कम है। परिवार पहचान पत्र में खामियों को दूर करने के लिए जिला स्तर पर सरकार ने एक फार्म भर कर जिला कार्यालय में देना होगा ताकि परिवार पहचान पत्र को ठीक किया जा सके। लेकिन ऐसे में जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनता को परिवार पहचान पत्र ठीक करवाने के लिए कार्यालय में धक्के खाने पड़ रहे हैं।
छोटी छोटी गलतियों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा
लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ रहा है पर हल कोई भी नहीं निकल रहा है। करनाल के जिला सचिवालय में भीड़ का आलम है। हर कोई परेशान हैं। ऐसे में छोटी छोटी गलतियों का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। किसी परिवार पहचान पत्र में इनकम गलत डाल दी गई है, किसी परिवार पहचान पत्र में बच्चों की इनकम भी डाल दी गई है तो किसी का राशन कार्ड से नाम काट दिया गया है और ऐसी गलतियों के कारण लोगों की पेंशन तक कट गई है, इन्हीं गलतियों के कारण आमजन को सरकार की लाभकारी योजनाओं का फायदा नहीं रहा हैं। जिला सचिवालय में परिवार पहचान पत्र को ठीक करवाने पहुंचे राजेश कुमार का कहना है कि उनकी परिवारिक इनकम एक लाख 80 हजार से कम है फिर भी उनका राशन कार्ड कार्ड दिया गया है
विशु नाम की लड़की ने बताया कि उनके परिवार पहचान पत्र में फैमिली इनकम अधिक दर्ज होने के कारण उसकी माता जी की पेंशन कट गई है। उनके परिवार पहचान पत्र में परिवार की इनकम दो लाख 80 हजार दर्ज कर दी गई थी जिसे ठीक करवा कर 75 हजार करवा लिया गया है लेकिन बावजूद इसके उनका राशन कार्ड कार्ड दिया गया है। उसने कहा कि उसके पिता की भी मृत्यु हो चुकी है और अब माता जी की विधवा पेंशन बंद कर दी गई है। जिसे ठीक करवाने के लिए अधिकारी अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर लगवा रहे हैं और कोई भी अधिकारी उन्हें ठीक से जानकारी नहीं दे रहा है जिसको लेकर उन्हें काफी परेशानी आ रही है।
एक लाख 80 हजार से कम हैं तो उनके राशन कार्ड कट गए
इस विषय पर जब करनाल अतिरिक्त जिला उपायुक्त डॉक्टर वैशाली शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आज पोर्टल बंद होने के कारण लोगों को ज्यादा समस्या आ रही है इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर कार्यालय में आने वाले लोगों से फार्म भरवा कर लिए जा रहे हैं और जैसे ही पोर्टल शुरू हो जाएगा तो तुरंत लोगों की समस्या का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि लोगों को परिवार पहचान पत्र में अलग-अलग परेशानियां आ रही हैं किसी पहचान पत्र में परिवार की आय गलत डाल दी गई है तो किसी परिवार पहचान पत्र में एक लाख 80 हजार से कम हैं तो उनके राशन कार्ड कट गए हैं।
उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र में आए को ठीक करने के लिए आधिकारिक तौर पर पहले जांच की जाएगी उसके बाद ही परिवार की आय को ठीक कर पाना संभव हो पाएगा। इस संबंध में लोगों की रिक्वेस्ट भी डलवा दी गई है। अतिरिक्त जिला उपायुक्त डॉक्टर वैशाली शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार पहचान पत्र में इनकम सरकार के फार्मूले के आधार पर ही दर्ज की जाती है। जो हेड क्वार्टर के स्तर पर सभी के लिए लागू होता है और इस संबंध में जिला स्तर पर कुछ भी कर पाना संभव नहीं होता है। परिवार पहचान पत्र में छोटे बच्चों की इनकम दर्ज हो जाना एक तकनीकी कारण है जिसको लेकर मुख्यालय में सूचना दे दी गई है। आमजन को इस संबंध में जागृत करने के लिए अधिकारिक तौर पर सूचना भी जारी कर दी जाएगी।
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