कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावों को देखते हुए असम दौरे पर थीं। आज उनका वहां दूसरा दिन था। प्रियंका वहां पूरी ताकत से चुनाव प्रचार कर रहीं हैं। राज्य में चुनाव प्रचार के लिए प्रियंका गांधी ने जनसभाएं की हैं। अपनी सभाओं के दौरान प्रियंका गांधी लोगों से मिली। सभाओं के लिए जुटे लोगोंसे बीच -बीच में प्रियंका पास जाकर मिलती रहीं। अपनी जनसभा से पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने चाय बागान में काम कर रहेमजदूरों और महिलाओं से मुलाकात की। चाय बगान में उन्होंनेचाय की पत्तियां तोड़ी। इसके लिए उन्होंनेसिर पर चाय की टोकरी भी रखी। कांग्रेस केकार्यकर्ताओं के साथ बिश्वनाथ में सद्गुरू के चाय बागान में उन्होंने कर्मचारियों से हालचाल पूछा। चाय की पत्तियों को तोड़ा। वे यहां सिर पर टोकरी लेकर मजदूरों की तरह चाय की पत्तियां तोड़ती हुईं नजर आईं। प्रियंका गांधी चुनावी माहौल मेंचाय के बगानों में काम करने वालों को अपने पक्ष में करना चाहती हैं। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘असम की बहुरंगी संस्कृति ही असम की शक्ति है। असम यात्रा के दौरान लोगों से मिलकर मैंने महसूस किया कि लोग इस बहुरंगी संस्कृति को बचाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से तैयार हैं। अपनी संस्कृति और विरासत बचाने के लिए असम के लोगों की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी उनके साथ है। प्रियंका गांधी ने अपने असम दौरे का आरंभ कामाख्या मंदिर में दर्शन पूजन के साथ किया। यहां उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था। आदिवासिय महिलाओं के साथ प्रियंका गांधी ने नृत्य किया और फोटो भी खिचाई।प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस अगर असम में सत्ता में आई तो संशोधित नागरिकता कानून को निरस्त करने के लिए नया कानून लेकर आएगी। यदि असम में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो लोगों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी, चाय बागानों में काम करने वालों की न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस असम में सत्ता में आती है, तो वह ‘गृहिणी सम्मान’ के तौर पर गृहिणियों को हर महीने दो हजार रुपए देगी। इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को असम की महिलाओं से आग्रह किया कि वे आगामी चुनाव में जिम्मेदारी से मतदान करें, क्योंकि यह उनके और उनके बच्चों के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में महिलाओं के प्रति अपराध की दर देश में सबसे ज्यादा है और वर्तमान सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए कुछ नहीं किया।